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गडकरी की नसीहत- यह न समझे जब तक हूं, मैं ही नेता रहूंगा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पार्टी के नेताओं को नसीहत दी है कि वे यह न समझे कि जब तक मैं हूं, मैं ही नेता रहूंगा। यदि दूसरा कोई नेता बड़ा बनते दिखा तो दबा दूंगा। यह भाजपा की संस्कृति नहीं है। गुरुवार को गडकरी ने बांद्रा के रंग शारदा में प्रदेश भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की याद आ रही है। उनके जीवन भर के संघर्ष और परिश्रम के कारण हमें सत्ता में आने का मौका मिला है। इसको हमें भूलना नहीं चाहिए।
गडकरी ने चुनावों से पहले दल बदलने वालों पर निशाना साधते हुए कहा कि आज के नेता चालाक हैं जिस तरह से बारिश आने से पहले मेंढक को पता होता है कि बारिश कब आने वाली है। उसी तरह से दलबदलुओं को पता होता है कि किसी पार्टी की सत्ता आने वाली है और वे लोग उस दल में शामिल हो जाते हैं। इसलिए पार्टी में दूसरे दलों से आने वाले नेताओं की भीड़ लग जाती है। गडकरी ने कहा कि नेताओं को यह सोचने कि बजाय की पार्टी ने हमें क्या दिया है उन्हें यह विचार करना चाहिए कि मैंने पार्टी के लिए क्या योगदान दिया है। गडकरी ने कहा कि पार्टी नेताओं को खुद के बजाय पार्टी, समाज और देश का विचार करना चाहिए। मंत्री, सांसद और विधायक आते-जाते रहेंगे। लेकिन हमारे चुन कर आने के बाद यदि हमें चुनने वालों के जीवन में कोई बदलाव नहीं हुआ तो हमारा सत्ता में आने का कोई फायदा नहीं होगा।
राफेल विमान खरीदी मामले में मोदी निर्दोष
गडकरी ने राफेल लड़ाकू विमान खरीद को लेकर लगाए जा रहे आरोपों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। गडकरी ने कहा कि राफेल खरीद सौदे में प्रधानमंत्री मोदी का कोई दोष नहीं है। गडकरी ने कहा कि साल 2012 में एक समाचार एजेंसी ने खबर दी थी कि राफेल विमान खरीद के लिए डसाल्ट कंपनी और रिलायंस के बीच करार हुआ है। यूपीए के शासनकाल में 2002 से विमान खरीद शुरू है। लेकिन देश के पास लड़ाकू विमान और अच्छे हेलीकॉप्टर नहीं है। युद्ध हुआ तो हम क्या करेंगे। गडकरी ने कहा कि देश में ऐसे हेलीकॉप्टर हैं जिसमें बैठने पर लगता है कि हम ट्रक में बैठे हैं। प्रधानमंत्री मोदी भी ऐसे ही एक हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करते हैं।
गडकरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने यूपीए से 40 प्रतिशत कम दाम पर विमान खरीदने का फैसला किया है। इसके बावजूद बिना कारण कांग्रेस आरोप लगा रही है। लेकिन पार्टी के नेताओं को बचाव कि बजाय आक्रामक भूमिका में रहना चाहिए। क्योंकि सरकार का कामकाज पारदर्शी है। गडकरी ने कहा कि विमान खरीद के लिए भारत और फ्रांस सरकार के बीच करार हुआ है। यह फ्रांस सरकार का अधिकार है कि वह विमान के पुर्जे किस कंपनी से खरीदे। वहीं राफेल विमान खरीद मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रावसाहब दानवे ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस अध्यक्ष शरद पवार ने मोदी को क्लीन चिट दे दिया है। पवार ने एक मराठी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा है कि मोदी के इरादों पर शक नहीं किया जा सकता है।
Created On :   27 Sept 2018 8:02 PM IST