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दैनिक भास्कर हिंदी: नियमित रूप से नहीं आते चिकित्सक, आक्रोशित ग्रामीणों ने किया अस्पताल का घेराव

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा / जुन्नारदेव। ग्रामीण अंचलों में बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पंचायतों में प्राथमिक स्वास्थ केंद्र तो है, लेकिन उसको संचालित करने के लिए चिकित्सक नहीं पहुंच रहे हैं। ग्राम पंचायत हनौतिया के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र का भी यही हाल है। इस स्वास्थ केंद्र में नियमित रूप से चिकित्सक नहीं पहुंच रहे हैं, जिसके कारण ग्रामीण खासे आक्रोशित हैं। इन आक्रोशित ग्रामीणों ने सोमवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का घेराव किया। लगभग एक घंटे तक ग्रामीणों ने अस्पताल में नारेबाजी की। ग्रामीणों ने स्थाई चिकित्सक को नियमित रूप से स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाए जाने की मांग बीएमओ से की है। प्राथमिक स्वास्थ केंद्र का घेराव करने भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा का जिला उपाध्यक्ष गोवर्धन यदुवंशी, उपसरपंच संतोष चौकसे, शत्रुघ्न डेहरिया, रानंदन राय, राजेंद्र चौकसे, रामेश्वर विश्वकर्मा, आशा कुमरे, श्यामवती धुर्वे, जगवती मर्सकोले, गुरु साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे।
5 गांवों के ग्रामीण आते हैं इलाज कराने
प्राथमिक स्वास्थ हनौतिया में 5 ग्राम पंचायतों के 20 ग्रामों के ग्रामीण उपचार करवाने पहुंचते हैं, लेकिन केंद्र में चिकित्सक की अनुपस्थिति के चलते उन्हें झोलाछाप चिकित्सकों से उपचार कराने मजबूर होना पड़ रहा है। स्वास्थ्य केंद्र से सौ मीटर की दूरी पर तीन से चार झोला छाप चिकित्सक अपना क्लीनिक चला रहे हैं। जिसकी जानकारी भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को है। इसके बाद भी स्वास्थ केंद्र हनौतिया में चिकित्सक की स्थाई नियुक्तिकर नियमित उन्हें नहीं भेजा जा रहा है।
स्वास्थ्य कर्मियों के भरोसे हो रहा उपचार
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्वास्थ्य कर्मियों के भरोसे उपचार किया जा रहा है। महिलाओं का प्रसव भी चिकित्सक की अनुपस्थिति में किया जा रहा है। स्थिति बिगडऩे पर आनन-फानन में मरीजों को जुन्नारदेव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि जब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक नियुक्तहै तो उसे नियमित रूप से केंद्र में अपनी सेवाएं देनी चाहिए, लेकिन ऐसा क्यों नहीं हो रहा है, इसकी जांच की जानी चाहिए।
इनका कहना है
प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में पदस्थ चिकित्सक जुन्नारदेव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सेवाएं दे रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि केंद्र में पदस्थ चिकित्सक को नियमित रूप से केंद्र में भेजा जाए, जिससे ग्रामीणों का इलाज हो सकेगा।
-रूपेश साहू, युवा मोर्चा ग्रामीण मंडल महामंत्री
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।