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दैनिक भास्कर हिंदी: घायल मालिक को बचाने बाघ से भिड़ गया कुत्ता, कान्हा के बफर जोन घुघरा वॉटर फॉल की घटना

डिजिटल डेस्क,मंडला/टाटरी। इंसान वफादार हो ना हो पर जानवर जरूर वफादार होता है। जानवरों में कुत्ते को सबसे वफादार जानवर माना गया है। आज के समय में अगर कभी इंसान के प्रति सबसे वफादार जानवर की बात कभी होती है तो कहतें हैं कुत्ता सबसे वफादार होता है। मामला मध्य प्रदेश के मंडला जिले अंतर्गत कान्हा नेशनल पार्क से लगे घुघरा वॉटर फॉल का है, जहां एक चरवाहा मवेशियों को खोजने के लिए जंगल गया था, तभी बाघ ने उसपर हमला कर घायल कर दिया। अपने मालिक की आवाज सुनकर उसका कुत्ता मौके पर पहुंचा और बाघ को भौंक-भौंककर भगा दिया।
उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती है घायल-
कान्हा नेशनल पार्क से लगे घुघरा वॉटर फॉल आरएफ 376 क्षेत्र में मवेशीयों को खोजने गए चरवाहा पर बाघ ने हमला कर लहुलुहान कर दिया। चरवाहा की बचाओ की आवाज सुनकर घटना के दौरान जंगल में ही मौजूद उसकी पत्नि और पालतू कुत्ते नजदीक गए। यहां कुत्ते के भौंकने से बाघ को उल्टे पैर लौट गया, जिससे चरवाहा की जान बच पाई। घटना की जानकारी वन विभाग को दी गई। चरवाहा को उपचार के लिए बम्हनी अस्पताल लाया गया है, जहां उसका इलाज किया जा रहा है।
सिर पर किया हमला-
बताया गया है कि केटीआर के बफर जोन में बसे गांव झांगुल के अत्तर सिंह वल्के की दो मवेशी पिछले दो दिनों से घर नहीं आये थे। जिसकी जानकारी अत्तर सिंह ने चरवाहा कुंजीलाल यादव पिता चमरा लाल 45 वर्ष को बताई। सुबह करीब 9.30 बजे कुंजीलाल अपनी पत्नि फूलवती बाई, पालतू कुत्ते को लेकर जंगल में अलग अलग हिस्से में मवेशीयों को खोजने लगे। आरएफ 376 घुघरा वॉटर फॉल के नजदीक कुंजीलाल का सामना दो बाघ से हो गया है। बाघ गुम हुई मवेशीयों को मारकर भक्षण करते दिखे। जिसे देखकर चरवाहा के हाथ पांव फूल गए। इसी दौरान एक बाघ ने चरवाहा पर छलांग लगाकर सिर में पंजा मार घायल कर दिया।
जंगल के राजा से लड़ गया कुत्ता-
एकाएक हमले से संभले चरवाहा ने शोर मचाना शुरू कर दिया और जान बचाने दौड़ लगा दी। वही दूसरी ओर से मदद की आवाज सुनकर जंगल में कुत्ते के साथ पत्नी मौके पर पहुंच गई। अपने मलिक को बचाने के लिए बफादार कुत्ते ने बाघ का सामना किया और भौंकना शुरू कर दिया गया। जिसके कारण बाघ उल्टे पैर लौट गया और चरवाहा की जान बच पाई। गांव पहुंचकर घटना की जानकारी बीट गार्ड को दी गई। परिक्षेत्र अधिकारियों ने घायल को बम्हनी अस्पताल पहुंचाया गया। वन सरंक्षण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर मौके एक हजार रूपए सहायता राशि दी गई।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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