'राज्यपाल से मुलाकात के राजनीतिक अर्थ न निकालें '

Dont make political sense of meeting Governor
'राज्यपाल से मुलाकात के राजनीतिक अर्थ न निकालें '
'राज्यपाल से मुलाकात के राजनीतिक अर्थ न निकालें '

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना नेता व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री किशोर तिवारी ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात पर सफाई दी है। वसंतराव नाईक शेतकरी स्वावलंबन मिशन के अध्यक्ष श्री तिवारी ने शुक्रवार को राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की थी। इस पर भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने ट्वीट कर कटाक्ष किया था कि शिवसेना नेताओं को भी राज्यपाल के पास जाना पड़ रहा है। भातखलकर ने कहा कि  मुख्यमंत्री अपने नेता का फोन तक नहीं उठा रहे।   श्री तिवारी ने शनिवार को कहा कि राज्यपाल से मेरी मुलाकात यवतमाल जिले के आदिवासी अनुसूचित जन जाती के अधिसूचित क्षेत्र को लेकर हुई थी। यह औपचारिक भेंट थी। इसके राजनीति अर्थ नहीं निकाले जाने चाहिए। 

उन्होंने कहा कि यवतमाल सहित विदर्भ के आदिवासी अनुसूचित जनजाति क्षेत्र के लिए केंद्र से विशेष निधि हासिल करना राज्यपाल के कार्यक्षेत्र में आता है। तिवारी ने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 371 (2) के तहत आदिवासी अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों के लिए राज्यपाल सर्वाधिकारी होते हैं। इस लिए मैंने राज्यपाल कोश्यारी से औपचारिक भेंट की थी। राज्यपाल आदिवासी इलाको का दौरा करते रहे हैं। इसके पहले भी तत्कालीन राज्यपाल जमीर, शंकरदयाल शर्मा, विद्यासागर राव ने भी शेतकरी मिशन अध्यक्ष की विनती पर  यवतमाल जिले सहित अन्य आदिवासी इलाको का दौरा किया था।

Created On :   7 Nov 2020 7:26 PM IST

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