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डॉ. प्रियंका राठोड को मिला मिसेस इंडिया ग्लोइंग स्किन-2018 सम्मान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हॉट मॉड मिसेस इंडिया वर्ल्ड वाइड 2018 प्रतियोगिता के आठवें सीजन में भारत, इंग्लैंड, सिंगापुर, दुबई समेत विश्व भर से 20 हजार कंटेस्टेंट ने हिस्सा लिया। इसके अंतिम पड़ाव के लिए पात्र 100 प्रतिभागियों का ग्रैंड फिनाले दिल्ली के नेहरू स्टेडियम में हुआ, जिसके अंतिम फेरी में डॉक्टर प्रियंका राठोड़ को मिसेस इंडिया ग्लोइंग स्किन 2018 अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। डॉक्टर प्रियंका राठोड़ नागपुर के डागा मेमोरियल हॉस्पिटल में कार्यरत हैं। इनके पति डॉ. राहुल हिवंज नागपुर के एक निजी अस्पताल में कार्यरत हैं। डॉक्टर प्रियंका कहती हैं कि इस जीत से उन्हें "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" जैसे मिशन पर कार्य करते हुए समाज में काफी लोगों तक पहुंचने और कार्य करने का अवसर मिलेगा। डॉ. प्रियंका ने मां, दादा-दादी, पति, ससुराल के लोग तथा नागपुर के डॉक्टर डॉ. गोपाल शर्मा का आभार व्यक्त किया है।
"हमेशा सावधान रहना’ सबसे बड़ा सेल्फ डिफेंस
यूनिवर्सल ह्यूमिनिटी मार्शल आर्ट्स एकेडमी द्वारा सेल्फ डिफेंस सेमिनार का आयोजन शहर के विभिन्न कॉलेजों में किया गया। केडीके कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के वुमन डेवलपमेंट सेल में तथा भाऊसाहेब सुर्वे नगर स्थित मराठा सेवा संघ हॉल में सेमिनार लिया गया। इस दौरान सेल्फ डिफेंस विशेषज्ञ शरीफ बापू ने विद्यार्थियों तथा पालकों को आत्मरक्षा के गुर सिखाए। साथ ही उन्होंने संदेश दिया कि आजकल जिस प्रकार दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं, हम सबको समाज के प्रति दूसरों की विचारधारा बदलने से पहले अपनी खुद की विचारधारा बदलनी चाहिए। इसकी शुरुआत हमारे घर से ही करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा सेल्फ डिफेंस यह है कि हमें हमेशा सावधान रहना है।
जागरूकता लाना मकसद
केडीके कॉलेज वुमन डेवलपमेंट सेल की चेयरपर्सन अदिति तुलनकर ने कहा कि महिलाओं के मन की असुरक्षा की भावना को दूर करने के लिए हर महिला को सेल्फ डिफेंस सीखना चाहिए। यूनिवर्सल ह्यूमिनिटी मार्शल आर्ट्स एकेडमी के अध्यक्ष राकेश बोपचे ने बताया कि दुष्कर्म और लूटपाट की घटनाओं से बचने के लिए सेल्फ डिफेंस सीखना जरूरी है। कोषाध्यक्ष रमेश धपाड़े ने कहा कि ऐसे शिविर के माध्यम से लोगों में मार्शल आर्ट के प्रति जागरूकता लाना ही शिविर का मकसद है। सेमिनार को सफल बनाने में सौरभ तिवारी, अमन बागडे, मुक्तिनाथ पांडे, प्रणिल काचोले, चांदनी चौधरी, हर्शाली साखरकर, आलाेक ठाकरे, रक्षा चानारे, गुलशन गुप्ता, हर्श राेकडे तथा यश रोकडे का योगदान रहा।
Created On :   27 Sept 2018 1:50 PM IST