यूनिवर्सिटी में अभी भी लटक रही है सस्पेंडेड प्रो. शोमा सेन के नाम की पट्‌टी

यूनिवर्सिटी में अभी भी लटक रही है सस्पेंडेड प्रो. शोमा सेन के नाम की पट्‌टी
यूनिवर्सिटी में अभी भी लटक रही है सस्पेंडेड प्रो. शोमा सेन के नाम की पट्‌टी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सस्पेंड किए जाने के बावजूद  अंग्रेजी डिपार्टमेंट में डॉ. शोमा सेन प्रोफेसर व हेड ऑफ डिपार्टमेंट की पट्टिका नहीं हटाई गई है। अभी भी नेम प्लेट के अुनसार वह ही डिपार्टमेंट की हेड हैं, जबकि नागपुर विश्वविद्यालय ने पुणे पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने पर एसोसिएट प्रो. शोमा सेन को कई दिनों पहले ही सस्पेंड कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि भीमा कोरेगांव हिंसा व उससे निर्माण तनाव के लिए दोषियों पर सरकार ने कड़े कदम उठाते हुए कार्रवाई की है। जिसके तहत  6 जून को पुणे पुलिस ने भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में माओवादियों से कथित तौर पर जुड़ा हुआ पाए जाने पर मुंबई, नागपुर और दिल्ली से शोमा सेन सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। प्रो. शोमा सेन नागपुर विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं और उनके पति तुषार क्रांति भट्टाचार्य को नक्सलियों से कथित जुड़ाव के लिए 2010 में नागपुर स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था। निलंबन के बाद शोमा सेन की जगह डॉ. धरमदास शेंडे को अंग्रेजी विभाग का प्रभार सौंपा गया है, लेकिन अभी भी विभाग में शोमा सेन के नाम की पट्टिका लगी हुई है।  जबकि कामकाज शेंडे द्वारा ही देखा जा रहा है। स्टूडेंट्स जब मेडम के बारे में पूछताछ करते हैं तो उन्हें बताया जाता है कि, मेडम कहीं बाहर गई हुई हैं,  जबकि नागपुर विश्वविद्यालय ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। यूनिवर्सिटी द्वारा इस तरह के जवाब दिए जाने से कई तरह के सवाल उभरने लगे हैं।

ये आरोप लगाए गए हैं  
भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार  प्रो. शोमा सेन पर गैरकानूनी गतिविधियों में हिस्सा लेने, आपराधिक साजिश करने, शत्रुता बढ़ाने और दंगे करवाने के आरोप हैं। ज्ञात हो कि  पिछले दिनों पुणे पुलिस ने भीमा-कोरेगांव जातीय हिंसा के मामले में कई गिरफ्तारियां की थीं। शोमा सेन के अलावा सुरेंद्र गडलिंग, महेश राउत, सुधीर धावले और रोना विल्सन को अलग-अलग शहरों से गिरफ्तार किया गया था।  बताया जाता है कि, उनके माओवादियों से संबंध होने के शक में पहले से ही उन पर नजर रखी जा रही थी। 

Created On :   20 July 2018 8:25 AM GMT

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