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ड्रीमगर्ल हेमा मालिनी की अदा ने संतरानगरी नागपुर को किया मंत्रमुगग्ध

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ड्रीमगर्ल हेमामालिनी ने संतरानगरीवासियोंं को इस तरह मोहित किया कि दर्शक उनकी अदा केे कायल हो गए। मौका था खासदार महोत्सव के अंतिम दिन का। शाम 6 बजे ही पूरा कॉलेज परिसर दर्शकों से भर गया था। मंच पर पांचाल देश का दृश्य साकार हुआ। द्रौपदी की सखियां नृत्य कर रही थीं। सुंदरी हेमामालिनी की मंच पर शाम करीब 7 बजे इंट्री हुई। हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।। उनके नृत्य और अभिनय का सम्मोहन ही था कि लोग तीन घंटे तक नृत्य नाटिका ‘द्रौपदी’ देखते रहे। नाटिका की कोरियोग्राफी, संगीत और निर्देशन ने सभी को अभिभूत कर दिया।
सलमान और गडकरी दोनों दबंग : CM
खासदार महोत्सव के अंतिम दिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, विधायक सुधाकर देशमुख, विधायक अनिल सोले, महापौर नंदा जिचकार, पालक मंत्री चंद्रशेखर बाबनकुले, सांसद व अभिनेत्री हेमामालिनी ने दीप प्रज्ज्वलन किया। इस अवसर पर पंडित दीनदयाल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस रिसर्च एंड ह्यूमन रिसोर्सेज का लोकार्पण हुआ। खासदार सांस्कृतिक महोत्सव में बेहतरीन कार्यक्रम आयोजित हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री देंवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सलमान खान व नितीन जी दोनों ही दबंग हैं। मुख्यमंत्री ने नितीन गडकरी को धन्यवाद िदया। वहीं हेमामालिनी का आभार माना। उन्होंने कहा कि हेमामालिनी सांसद हैं, पर बेहतरीन अदाकारा और नृत्यांगना भी हैं। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि खासदार सांस्कृतिक महोत्सव अगले वर्ष भी होगा। सभी कार्यकर्ताअों ने बढ़िया काम िकया है। इस अवसर पर प्रचार प्रमुख चंदन गोस्वामी मौजूद थे।
लोगों ने अभिवादन किया
मंच पर हेमामालिनी के पहुंचते ही हजारों लोगों ने उनका अभिवादन किया। सखियों के संग वे भी नृत्य करने लगीं, मन एकनिष्ठ है कृष्ण मेरे ईष्ट हैं, मधुसूदन कृष्ण कृष्ण जीवन धन्य कृष्ण कृष्ण। मंच पर अब कृष्ण का प्रवेश हुआ। सखा और सखी के बीच नोकझोंक चली। फिर दृश्य स्वयंवर का था। दुर्योंधन, शिशुपाल, कर्ण और पांडव भी पहुंचे थे, पर लक्ष्य भेदा अर्जुन ने और द्रौपदी के संग विवाह हुआ। रास्ते में द्रौपदी और अर्जुन का प्रणय गीत, ह्रदय स्पंदन प्रणय के गीत गाते हैं। फिर कुंती का पांडवों को द्रौपदी को आपस में बांटने को कहने के साथ एक नारी की त्रासदी दिखी। इसके बाद द्रूत क्रीड़ा में पांडवों की हार और चीरहरण का वीभत्स व भावपूर्ण दृश्य मंच पर सजीव हो उठा।
नाटिका के जरिए सामने आयी नारी की व्यथा
नाटक के जरिए हेमामालिनी ने नारी की व्यथा को संवेदनशीलता और नाट्य विधा की खूबसूरती के साथ साकार किया। पूरे महाभारत के दौरान किस तरह द्रौपदी के साथ अन्याय हुआ। इस सांस्कृतिक संध्या में हजारों दर्शकों ने देखा। एक साथ पांच पांडवों के बीच बांट दी गयी द्रोपदी और हस्तिनापुर के राजदरबार में उसका चीरहरण और असहाय बने पांडव, बड़ा ही मार्मिक दृश्य था। भगवान कृष्ण के साथ उसके गहरे रिश्तों पर भी यह नाटिका रोशनी डालती रही। तीन घंटे की नृत्य नाटिका की कसावट ऐसी थी कि लोग अपनी सीटों पर आखिरी दृश्य तक जमे रहे। नृत्य नाटिका में स्व. रवीन्द्र जैन का संगीत, गायन सुरेश वाडकर का, भूषण लखेंद्री का नृत्य निर्देशन नाटिका को सरस बनाए रखा।


Created On :   29 Jan 2018 10:36 AM IST