10 दिन में एक बार मिल रहा पानी, हाईवे पार करने का जोखिम उठाते हैं रहवासी

Drinking water problem in parasiya and chhindwara of MP
10 दिन में एक बार मिल रहा पानी, हाईवे पार करने का जोखिम उठाते हैं रहवासी
10 दिन में एक बार मिल रहा पानी, हाईवे पार करने का जोखिम उठाते हैं रहवासी

डिजिटल डेस्क छिन्दवाड़ा/परासिया।  कोयलांचल नगरी परासिया में गर्मियां बढऩे के साथ ही जल संकट गहराने लगा है। नगर के 21 वार्ड क्षेत्रों में 3 से 10 दिनों के अंतराल में एक बार पानी सप्लाई हो रही है। सबसे खराब स्थिति स्टेट हाइवे के किनारे रहने वालों के सामने बनी हुई है। यहां सड़क के एक ओर सार्वजनिक नल स्टेंड होने से पानी भरने के लिए कई बार स्टेट हाईवे को पार करने का जोखम उठाना पड़ रहा है। जो आए दिनों हो रहे हादसों की वजह बन रहा है।
नगर में स्थानीय जल स्त्रोत के अभाव में समीपस्त पंचायत खिरसाडोह के जल स्त्रोत पर निर्भरता बनी हुई है। नगर के मध्य स्थित तीन वार्ड क्रं.-8, 9, 10 क्षेत्र में रूपलाल का भट्टा क्षेत्र स्थित नलकूप से से 3 दिनों के अंतराल में पानी सप्लाई जारी है। खिरसाडोह के बोर से 14 वार्ड क्षेत्रों में पाइप लाइन और चार वार्ड क्रमांक- 18, 19, 20 और 21 में टेंकर से पानी डम्पिंग कुएं में एकत्रित कर सप्लाई होता है। जिसमें लोगों को 6 से 10 दिन बाद पानी मिल रहा है। सबसे खराब स्थिति वार्ड क्रमांक- एक के तामिया रोड स्थित आबादी क्षेत्र में बनी हुई है। यहां सड़क के किनारे पहाड़ी की ओर लगभग आधा दर्जन सार्वजनिक नल होने से सड़क के दूसरी ओर रहने वालों को पानी भरने में दिक्कतें होती है। खाली बर्तन लेकर आने और पानी भरकर ले जाने के दौरान स्टेट हाईवे को पार करने के दौरान हादसा होने की आशंका बनी रहती है। वहीं सार्वजनिक नल से व्यर्थ बहता पानी भी सड़क हादसा को आमंत्रित करता है।
डेम तैयार नहीं, जल आवर्धन योजना खटाई में
नगर शहर की लगभग 45 हजार आबादी को आगामी 25 साल तक पानी की जरूरतों को पूरा करने 32 करोड़ रुपए की जल आवर्धन योजना का 90 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है। वहीं डेढ़ साल पहले निर्माणाधीन डेम में हुए कटाव से एक करोड़ का नुकसान हुआ, जिसके लिए 6 करोड़ रुपए का री-वाइज स्टीमेंट मंजूरी के लिए कई महीनों से लटका हुआ है। जिससे यह पूरी योजना खटाई में पड़ गई है।
इनका कहना है
स्टेट हाईवे का मोड़ और आगे भगत सिंह तिराहा के बीच लोगों को अपनी जान जोखम में डालकर पानी भरना होता है। तेज रफ्तार वाहन गुजरने से यहां कई बार हादसे हो चुके हैं। प्रशासन का कई बार ध्यान आकृर्षित करवाया, किन्तु स्थिति यथावत बनी हुई है।
 रामसेवक, पूर्व पार्षद, परासिया
रोड क्रासिंग की अनुमति नहीं मिलने से सड़क के दोनों ओर पाइप लाइन विस्तार नहीं था। जल आवर्धन योजना के तहत नई पाइप लाइन का विस्तार सभी वार्ड क्षेत्रों में हुआ है। डेम का निर्माण कार्य पूर्ण होने पर नई पाइप लाइन से सप्लाई होने पर लोगों को स्टेट हाइवे पार करने का जोखम नहीं रहेगा।
--- डीपी खंडेलकर, सीएमओ, परासिया

 

Created On :   13 April 2018 6:00 PM IST

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