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जंगली हाथियों के भय से रातों रात की जा रही धान की चुराई

डिजिटल डेस्क, कुरखेड़ा (गड़चिरोली)। ओड़िसा राज्य से गड़चिरोली जिले में दाखिल हुए जंगली हाथियों के झुंड ने पिछले एक सप्ताह से कुरखेड़ा तहसील के विभिन्न गांवों में धान के ढेर को नुकसान पहुंचाने का सिलसिला शुरू कर दिया है। हाथियों के इस उपद्रव के कारण किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। जंगली हाथियों की दहशत और लगातार हो रहे नुकसान से बचने के लिए अब किसानों ने धान की चुराई को तत्काल करना शुरू कर दिया है। मशीन उपलब्ध होते ही कुछ किसानों ने तो राताे-रात अपने धान की चुराई कर ली है। वर्तमान में जंगली हाथियों का झुंड तहसील के चिनेगांव-पलसगांव क्षेत्र में होकर मंगलवार की रात को कहीं पर भी नुकसान की घटना उजागर नहीं हुई।
बता दें कि, जंगली हाथियों ने कुछ दिनों से धान के ढेर को अपना निशाना बनाया है। खरीफ सत्र खत्म होते ही किसानों ने धान की कटाई कर अपने खेतों में ही धान के ढेर रखे हैं। धान के ढेर की महक से आकर्षित होकर जंगली हाथी इन्हीं धान को अपना निवाला बना रहे हैं। एकसाथ 27 की संख्या होने के कारण किसी भी खेत में पहुंचने पर जंगली हाथियों द्वारा धान के ढेर को पूरी तरह तहस-नहस किया जा रहा है। पिछले एक सप्ताह से हाथियों की इस करतूत के कारण अन्नदाता किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। वर्तमान में धान की चुराई के लिए थ्रेशर मशीनें उपलब्ध हो गयी हैं। जैसे ही किसी किसान के खेत में यह मशीन पहुंचती हैं, संबंधित किसान के खेत से सटे अन्य किसान भी अपने धान की चुराई करने लगे हैं। जंगली हाथियों की दहशत के कारण किसी भी समय जैसे-तैसे धान की चुराई का कार्य किया जा रहा है। चिनेगांव-पलसगांव क्षेत्र में इन दिनों दर्जनों की संख्या में धान चुराई की थ्रेशर मशीन पहुंच गयी है। दिन और रात दोनों पहर धान चुराई का कार्य यहां निरंतर जारी है। बीती रात हाथियों द्वारा किसी भी नुकसान की घटना को अंजाम नहीं दिया गया। वनविभाग की टीम लगातार हाथियों पर अपनी नजरें रखी हुईं हैं।
Created On :   22 Dec 2022 3:31 PM IST