संविदा कर्मियों की लगा दी चुनाव ड्यूटी, आदेश के बाद जिला पंचायत में हड़कंप

duty of contractual employees in mp assembly election 2018
संविदा कर्मियों की लगा दी चुनाव ड्यूटी, आदेश के बाद जिला पंचायत में हड़कंप
संविदा कर्मियों की लगा दी चुनाव ड्यूटी, आदेश के बाद जिला पंचायत में हड़कंप

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। आचार संहिता लगने के साथ ही जिला पंचायत में विवादास्पद स्थिति निर्मित हो गई है। दरअसल, संविदा कर्मचारियों के भरोसे चल रहे जिला पंचायत में अधिकांश परियोजना अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी विधानसभा चुनावों में लगा दी गई। जबकि नियम स्पष्ट है कि चुनावी ड्यूटी में संविदा कर्मचारियों को नहीं लगाया जा सकता। प्रशासन के आला अधिकारियों तक ये बात पहुंची तो अब आनन-फानन में इन संविदा कर्मियों की चुनाव ड्यूटी निरस्त की जा रही है।

विधानसभा चुनावों का बिगुल बजने के साथ ही चुनाव संचालन के लिए कर्मचारियों और अधिकारियों की ड्यूटी लगनी शुरु हो चुकी है। अलग-अलग जिम्मेदारियों के तहत चुनाव ड्यूटी लगाई जा रही है लेकिन इन ड्यूटी में नियमों का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। जिला पंचायत के संविदा कर्मचारियों की ड्यूटी से ये मामला सामने आया। जिला पंचायत में अधिकांश परियोजना अधिकारी से लेकर ऑपरेटर तक संविदा अवधि पर काम कर रहे हैं। लेकिन सभी को चुनाव डयूटी में मॉनीटरिंग का जिम्मा सौंपा गया  है। अब ये परियोजना अधिकारी शिकायत तो नहीं कर सकते हैं, लेकिन नियमों की दुहाई देते जरुर देखे जा रहे हैं।

ये है चुनाव ड्यूटी का नियम
चुनावी कार्य में सिर्फ उन्हीं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा सकती है जो केंद्र व राज्य सरकार के स्थाई कर्मचारी हो। इसके बाद यदि जरुरत पड़े तो उन कर्मचारियों से चुनावी कार्य कराया जा सकता है जो रिटायर होने के बाद शासन के आदेश पर प्रतिनियुक्ति पर है। कांटे्रक्ट या कलेक्टर दर पर काम करने वाले कर्मचारियों की चुनावी ड्यूटी नहीं लगाई जा सकती है।

इन्हें भी नहीं तैनात किया जा सकता है चुनाव ड्यूटी में
- केंद्रीय अन्वेषक ब्यूरों, आसूचना ब्यूरो के कर्मचारियों की भी चुनाव ड्यूटी नहीं लगाई जा सकता है।
-संविदा कार्यकर्ताओं की तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से भी चुनावी काम नहीं कराया जा सकता।
- ग्रामीणों क्षेत्रों में वाणिज्यिक बैंक का स्टॉफ के अलावा बैंक कर्मचारियों से भी चुनावी काम नहीं कराया जा सकता।
- ऐसे अधिकारी जिन पर आपराधिक मामला पेंडिंग है। उसे भी चुनावी ड्यूटी में नहीं लगाया जा सकता है।

इनका कहना है...
- संविदा कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी में लगाने का मामला सामने आया था। जिसके बाद सभी कर्मियों को चुनाव ड्यूटी से हटाने के आदेश जारी किए जा चुके हैं।
कविता बाटला, अपर कलेक्टर व सहायक निर्वाचन अधिकारी

Created On :   11 Oct 2018 2:27 PM GMT

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