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रक्तदान पर लगा ग्रहण अब उम्मीदों पर ही टिका संग्रहण

डिजिटल डेस्क, नागपुर। वैक्सीनेशन का असर रक्तदान पर भी होता रहा है। वैक्सीन का नियम जब 28 दिन का था तब 50 दिन तक रक्तदान करनेवाले सामने नहीं आते थे। दो डोज के बीच पहले 28 दिन बाद में 45 दिन का अंतर निर्धारित करने के बाद से रक्तदाताओं की संख्या में कमी आई थी। इस कारण रक्त संग्रहण कम होने लगा था। सरकार के निर्देशानुसार कोविशील्ड का दूसरा डोज 12 हफ्ते बाद मिलेगा, लेकिन अब पहला डोज लेने के 14 दिन बाद रक्तदान किया जा सकेगा। इसके लिए दूसरा डोज लेने तक इंतजार करने की आवश्यकता नहीं है। इससे मेडिकल और मेयो में रक्त का स्टॉक बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
50 दिन तक करते थे इंतजार
सरकार के निर्देश के बाद कोविशील्ड का दूसरा डोज 12 हफ्ते बाद दिया जानेवाला है। इसका रक्तदान पर कोई असर नहीं होगा। रक्तदाता पहला डोज लेने के 14 दिन बाद रक्तदान कर सकता है। पहले दो डोज के बीच 28 दिन का अंतर था। उस समय रक्तदाता विचार करते थे। कुछ लोगों का यह मानना था कि डोज लेने के बाद कुछ दिन रक्तदान नहीं करना चाहिए। रक्तदान करनेवालों को 50 दिन तक इंतजार करना पड़ता था, इसलिए रक्तदाताओं की संख्या में कमी आई थी। लोग रक्तदान करने सामने नहीं आ रहे थे। मार्च-अप्रैल महीने में कोरोना तेजी से फैल रहा था। उस समय लोग डर रहे थे। इसलिए भी रक्तदान की संख्या में कमी आई है। मेडिकल द्वारा लगाए जानेवाले कैंप में भी 4-5 ही यूनिट रक्त संगृहीत हो पाता था। लेकिन अब रक्तदान करनेवालों की संख्या में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है।
जितना संग्रहण उतनी ही मांग
मेडिकल की ब्लड बैंक द्वारा हर हफ्ते दो से तीन कैंप लगाए जा रहे हैं। इस दौरान प्रति कैंप 60 से 70 यूनिट रक्त संगृहीत हो रहा है। यानी प्रतिदिन 20 से 25 यूनिट रक्त संग्रहण हो रहा है। इतनी ही संख्या में रोज रक्त की मांग है। कोरोनाकाल की शुरुआत से सर्जरी कम हुई है। इसलिए रक्त की मांग भी कम हुई है। सर्वाधिक रक्त की आवश्यकता प्रसूति विभाग में पड़ती है। कुल संग्रहित रक्त का 60 फीसदी हिस्सा प्रसूति विभाग को जाता है। गुरुवार को मेडिकल में 468 यूनिट रक्त का स्टॉक था। वहीं, सुपर स्पेशलिटी में 39 यूनिट रक्त का स्टॉक था।
मेयो में 200 यूनिट रहता है स्टॉक
मेयो अस्पताल द्वारा कोरोनाकाल से पहले हर महीने 7-8 कैंप लगाए जाते थे। सूत्रों के अनुसार, यहां सामान्य दिनों में औसत 40 यूनिट रक्त संगृहीत होता है। सामान्य दिनों में यहां 150 यूनिट से अधिक मांग होती है। ऐसे में यह मांग मेडिकल, सुपर स्पेशलिटी से पूरी की जाती है। वर्तमान में रक्त संग्रहण और मांग में काफी कमी आ चुकी है। अब यहां हर रोज 12 यूनिट की मांग है। मेयो में रोज स्वैच्छिक रक्तदाता 3-4 आते हैं। इसके अलावा कैंप आयोजित कर 45 से 50 यूनिट रक्त संग्रहण किया जाता है। महीने में चार से पांच कैंप होते है। मेयो में हर समय 200 यूनिट रक्त का स्टॉक रहने की जानकारी दी गई है।
Created On :   21 May 2021 4:16 PM IST