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आरटीजीएस और एनईएफटी से भी भर सकते हैं बिजली बिल
डिजिटल डेस्क, नागपुर । घरेलू ग्राहक व को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी सहित अन्य ग्राहकों को 10 हजार से अधिक बिजली बिल भरने के लिए महावितरण द्वारा ऑनलाइन के साथ अब ‘आरटीजीएस व एनईएफटी’ की सुविधा उपलब्ध करायी गई है। महावितरण के ग्राहकों को बिजली बिल की रकम भरने के लिए ऑनलाइन की सुविधा दी गई है। फिलहाल कोरोना के कारण लॉकडाडन है। इस वजह से बैंकिंग सेक्टर का कामकाज भी प्रभावित हुआ है। इस दिक्कत को ध्यान में रखकर महावितरण ने 10 हजार रुपए से अधिक बिजली बिल भरने के लिए ‘आरटीजीएस व एनईएफटी’ की सुविधा उपलब्ध करायी है। इसके साथ सिंगल अथवा थ्री-फेज घरेलू बिजली ग्राहक भी अब 10 हजार से अधिक बिजली बिल की रकम इस प्रणाली द्वारा भर सकेंगे। सभी प्रकार के ग्राहकों के लिए ऑनलाइन क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड, गूगल-पे, कैश कार्ड, यूपीआई, डिजिटल वॉलेट आदि द्वारा बिजली बिल भरने की सुविधा शुरू की गई है
गैर प्रतिबंधित क्षेत्रों में व्यवसाय की अनुमति की गुहार लगाई
नागपुर क्षेत्र में प्रतिबंधित क्षेत्र छोड़ कर अन्य इलाकों में कपड़े और शराब बिक्री की अनुमति मिले, इसके लिए कपड़ा और शराब विक्रेताओं ने विविध याचिकाएं बॉम्बे हाइकोर्ट की नागपुर खंडपीठ में दायर की है| दर्पण सेल्स काॅरपोरेशन, रिद्धि सेल्स कॉर्पोरेशन और वाइन मर्चेंट एसोसिएशन का नाम याचिकाकर्ताओं में शामिल है| इस मामले में सुनवाई होगी|
दर्पण सेल्स कॉरपोरेशन व रिद्धि सेल्स का सलवार सूट तैयार करके बेचने, फूड पैकेट, डिस्पोजल ग्लास तैयार करने का काम है। इनके यहां अनेक कामगार काम करते हैं, जिनके वेतन के लिए हर माह 3 लाख रुपए लगते हैं। ऐसा ही ब्योरा वाइन मर्चेन्ट एसोसिएशन ने भी दिया है। 3 मई को केंद्र ने लॉकडाउन के नियमो में बदलाव किया। कुछ राहत दी। राज्य सरकार ने कोरोना प्रभावित क्षेत्र छोड़ कर अन्य जगहों पर व्यवसाय की अनुमति दी, लेकिन नागपुर में मनपा आयुक्त ने जिलाधिकारी के अधिकारों पर अतिक्रमण करते हुए शहर में प्रतिबंध जारी रखा। आयुक्त का निर्णय खारिज करके शहर के गैर प्रतिबंधित क्षेत्रों में व्यवसाय को अनुमति देने की प्रार्थना याचिकाकर्ता ने की है|
Created On :   8 May 2020 9:45 AM GMT