गुजरात की तरह विदर्भ में भी दुग्ध उत्पादन पर जोर, 25 लाख लीटर खरीदी का लक्ष्य

Emphasis on milk production in Vidarbha like gujrat, 25 lakh liters target
गुजरात की तरह विदर्भ में भी दुग्ध उत्पादन पर जोर, 25 लाख लीटर खरीदी का लक्ष्य
गुजरात की तरह विदर्भ में भी दुग्ध उत्पादन पर जोर, 25 लाख लीटर खरीदी का लक्ष्य

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में विदर्भ प्रगति कर रहा है। मदर डेयरी द्वारा ढाई लाख लीटर दूध खरीदा जाता है। 25 लाख लीटर दूध खरीदी का लक्ष्य है, जिसके बाद विदर्भ में भी गुजरात की तस्वीर तरह बनेगी। केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने शनिवार को एग्रोविजन में आयोजित दुग्ध विकास परिषद व कार्यशाला के उद्गाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार रखे। रेशमबाग स्थित सुरेश भट सभागृह में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान मंच पर पशुसंवर्धन मंत्री महादेव जानकर, उत्तर प्रदेश के कृषि व शिक्षा मंत्री सूर्य प्रताप शाही, नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष दिलीप रथ, पशुसंवर्धन विभाग सचिव अनूप कुमार, महापौर नंदा जिचकार, माफसु के अधिष्ठाता डॉ.एन.एम. झाडे, मनपा के अतिरिक्त आयुक्त रवींद्र ठाकरे, आयोजन समिति के डॉ.सी.डी. मायी, रवि बोरटकर और रमेश मानकर उपस्थित थे।

केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि यदि  मदर डेयरी नागपुर में दुग्ध प्रक्रिया प्रकल्प की स्थापना करके जिला और तहसील स्तर पर मार्केटिंग करने पर प्रतिमाह 20 करोड़ रुपए का टर्न ओवर हासिल किया जा सकता है। इसका किसानों को भी लाभ होगा। इसके लिए किसानों को स्वयं ही ब्रांड एम्बेसडर बनना होगा। आपसी सहयोग, सहकार्य और संवाद के जरिए ही दुग्ध उत्पादन बढ़ेगा और इसके माध्यम से ही  किसानों के जीवन मंे समृद्धि, संपन्नता लाई जा सकती है

इन्होंंने भी रखी बात

बिहार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के लिए शुरू की गई विविध योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश का दूध उत्पादन 5 लाख लीटर पर पहुंच चुका है और इसी के साथ अधिक दूध देने वाली प्रजाति के पशुधन में भी बढ़ोतरी हुई है। दिलीप रथ ने अपने संबोधन में कहा कि भारत सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है और इसमें महाराष्ट्र अग्रणी राज्य है। कार्यक्रम की प्रस्तावना डॉ.सी.डी.मायी ने रखी। संचालन रेणुका देशकर ने किया। आभार प्रदर्शन आयोजन सचिव रवि बोरटकर ने किया।

नेपल ग्रीन ग्रास का दिया उदाहरण

गडकरी ने कहा कि इजराइल की नेपल ग्रीन ग्रास साल भर हरी रहती है। घास उगने पर उसे प्लास्टिक से ढंक  कर रखा जा सकता है। इजराइल की नेपल ग्रास को निमकर ने महाराष्ट्र में भी लगवाया है। यह घास अधिक मात्रा में लगाने पर दुधारू पशुओं को साल भर हरी घास चरने को मिल सकती है। इससे दूध उत्पादन बढ़ेगा और पशु आहार पर खर्च भी कम होगा।

विद्यार्थियों को दूध वितरण पर फैसला जल्द : महादेव जानकर

महादेव जानकर ने कहा कि विदर्भ में अगले दो वर्षों में दूध उत्पादन बढ़ कर 35 लाख लीटर तक पहुंचना बहुत मुश्किल नहीं है। दूध उत्पादन को बढ़ावा देने की दृष्टि से स्कूली विद्यार्थियों को दूध वितरण करने पर राज्य शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े से चर्चा करके जल्द ही फैसला लिया जाएगा। वहीं दुग्धजन्य पदार्थों की निर्मिति पर 50 प्रतिशत तक सब्सिडी देने की भी तैयारी दर्शाई। 
 

Created On :   25 Nov 2018 1:38 PM GMT

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