प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार, रिश्वत लेते रोजगार सहायक गिरफ्तार

Employment assistant arrested during taking bribe in pm housing scheme
प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार, रिश्वत लेते रोजगार सहायक गिरफ्तार
प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार, रिश्वत लेते रोजगार सहायक गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, छतरपुर/ बकस्वाहा। जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत महुटा में पदस्थ रोजगार सहायत राधेश्याम साहू को रंगे हाथों एक हजार रुपए की रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकड़ा है। प्रधानमंत्री आवास के नाम पर ग्राम महुटा निवासी पप्पू अहिरवार की दूसरी किश्त जारी कराने के नाम पर पांच हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। पप्पू अहिरवार ने रिश्वत देने के पहले सागर लोकायुक्त से संपर्क कर मांगी जा रही रिश्वत से अवगत कराया था। सागर लोकायुक्त के द्वारा उसे एक हजार रुपए देने के लिए दिए थे। पप्पू अहिरवार द्वारा एक हजार रुपए लेकर रोजगार सहायक के घर जाकर दिए। जैसे ही एक हजार रुपए पप्पू अहिरवार के द्वारा दिए वैसे ही लोकायुक्त सागर की चार सदस्सीय टीम ने तत्काल एक हजार रुपए लेते पकड़ लिया। जैसे ही हाथों को धुलाया गया वैसे ही हाथों से रंग निकलना शुरू हो गया था।

दूसरी किश्त के लिए मांगे थे पांच हजार
रोजगार सहायहक महुटा निवासी राधेश्याम साहू के द्वारा प्रधानमंत्री आवासहीन हितग्राही पप्पू अहिरवार से दस हजार रुपए की मांग की थी। जिसमें पहली किश्त जारी होने के तत्काल बाद पांच हजार रुपए दिए जा चुके थे। जब हितग्राही ने दूसरी किश्त खाते में डलवाने की बात कही तो रोजगार सहायक के द्वारा पांच हजार रुपए और देने के लिए कहा था। पप्पू अहिरवार के पास पांच हजार नहीं होने के कारण उसने सागर लोकायुक्त से रुपए मांगने की बात से अवगत कराया था। शनिवार की सुबह पप्पू अहिरवार एक हजार रुपए लेकर रोजगार सहायक के घर पहुंचा। जैसे ही एक हजार रुपए दिए वैसे ही लोकायुक्त सागर की टीम के द्वारा उसे रंगे हाथों पकड़ लिया है।

ठगे जा रहे हितग्राही
जिले के सभी ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भवनों के निर्माण किए जा रहे है। आवास योजना एवं शौचालय निर्माण की जिम्मेदारी रोजगार सहायकों को सौपी गई है। उनके द्वारा हितग्राहियों से संपर्क कर कम्प्यूटर में फीडिंग के काम से लेकर निर्माण करवाने की जिम्मेदारी निभाई जा रही है। जिले के सभी ग्राम पंचायतों के रोजगार सहायकों के द्वारा हितग्राहियों से दस से पांच हजार रुपए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लिए जा रहे है। हितग्राहियों की नासमझ के कारण उनको यह रुपए रोजगार सहायक को देना पड़ रहे है। आवास योजना की रिश्वत जब पंचायत के रोजगार सहायक के जेब में पहुंच जाती है तब उनके द्वारा हितग्राही के खाते में किश्त को डलवाया जाता है। पूरे जिले की ग्राम पंचायतों के रोजगार सहायक से लेकर सचिव, सरपंच सहित जिले में बैठे अधिकारियों के द्वारा हितग्राहियों को जमकर ठगा जा रहा है।

Created On :   26 May 2018 2:57 PM IST

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