डकैत बबुली के अड्डे तक पहुंची पुलिस, जंगल में डेढ़ घंटे चली मुठभेड़

encounter between satna police and dacoit bubuli cole
डकैत बबुली के अड्डे तक पहुंची पुलिस, जंगल में डेढ़ घंटे चली मुठभेड़
डकैत बबुली के अड्डे तक पहुंची पुलिस, जंगल में डेढ़ घंटे चली मुठभेड़

डिजिटल डेस्क सतना। ऐसा पहली बार हुआ,जब डकैतों के खिलाफ ज्वाइंट आपरेशन के साथ तराई में उतरी एमपी-यूपी पुलिस की टीमें शुक्रवार की दोपहर साढ़े 5 लाख के इनामी अंतराज्यीय गैंग लीडर बबुली कोल (आईएस- 262 )का सटीक अड्डा तलाशने में कामयाब रहीं। चित्रकूट से भास्कर ब्यूरो के मुताबिक इसी बीच चित्रकूट(कर्वी) के मारकुंडी और सतना जिले धारकुंडी थाना क्षेत्र से लगे यूपी के बेधक जंगल की पलकी घाट से आगे बढऩे के दौरान दोपहर सवा 4 बजे के करीब यूपी-एमपी पुलिस के साथ गिरोह की तकरीबन डेढ़ घंटे मुठभेड़ चली। दोनों तरफ से 150 राउंड फायर चले। लगभग 30 राउंड फायरिंग के बाद दस्यु दल में भगदड़ मच गई। यूपी पुलिस मौके से भारी मात्रा में  खाना पान का सामान और रोजमर्रा की अन्य जरुरी चीजें बरामद कर अपने साथ ले गई है। हालांकि गिरोह समेत सरगना भागने में कामयाब रहा। डकैतों के जख्मी होने की उम्मीद से पुलिस की सर्चिंग अंधेरा गहराने के बाद भी जारी थी।
सतना पुलिस ने लगा रखे थे 4 एम्बुस
 बेधक के जंगल में बबुली गिरोह के स्थायी अड्डे की तस्दीक के बाद यूपी पुलिस की मदद के लिए सतना पुलिस ने 4 एम्बुस लगा रखे थे। बेधक घाट के एम्बुस की कमान जहां सतना एसपी राजेश हिंगणकर और चित्रकूट (कर्वी)के एसपी प्रताप गोपेन्द्र ने 21 सशस्त्र जवानों के साथ स्वयं संभाल रखी थी,वहीं पलकी घाट के एम्बुस में चित्रकूट के एसडीओपी आलोक शर्मा, सहवा घाट में धारकुंडी के थाना प्रभारी एएल सिंह और कंदवा घाट के एम्बुस पर धारकुंडी थाने के प्रधान आरक्षक उमाकांत पांडेय मोर्चे पर रहे।
नीचे से चला यूपी पुलिस का हांका
बताया गया है कि दोनों राज्यों पुलिस के बीच इनपुट के आदान-प्रदान के साथ ही डकैतों की घेराबंदी के ज्वाइंट आपरेशन की शुरुआत उत्तर प्रदेश की मारकुंडी, बहिलपुरवा और कर्वी कोतवाली पुलिस के हांके के साथ हुई। नीचे से ऊपर की ओर जहां हांका खेला गया,वहीं डकैतों की ताक में एम्बुस पहले से ही लगे हुए थे।
बड़ा दुर्गम है गढ़
ज्वाइंट आपरेशन में शामिल पुलिस के जवानों ने भी माना कि पहली बार पकड़ में आया बबुली गिरोह का गढ़ काफी दुर्गम है। पलकी घाट से ढाई किलोमीटर अंदर ऊंची-नीची दुरुह पहाडिय़ों बीच सघन वन क्षेत्र की  बेधक खोह में तमाम गुफाए हैं। दिन में गिरोह पहाड़ की ऊंचाई पर डेरा जमाकर नीचे चल रही गतिविधियों पर नजर रखता है। सतना जिले के धारकुंडी थाना क्षेत्र की सीमा से 15 किलोमीटर ऊपर और फिर ऊपर से 3 किलोमीटर नीचे घने जंगल तक पहुंचने के लिए कम से कम 8 किलोमीटर तक सिर्फ  पैदल ही जाया जा सकता है।

 

Created On :   17 Feb 2018 3:00 PM IST

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