मुख्यमंत्री के परियोजना को लेकर सकारात्मक रुख से बढ़ा उत्साह, काम में तेजी आई

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
छिंदवाड़ा मुख्यमंत्री के परियोजना को लेकर सकारात्मक रुख से बढ़ा उत्साह, काम में तेजी आई

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। करीब दो साल से अटके पड़े छिंदवाड़ा सिंचाई काम्प्लेक्स के अब पटरी पर आने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी उक्त प्रोजेक्ट को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया है। शुक्रवार को सीएम श्री चौहान ने बिछुआ में कार्यपालन यंत्री कुमकुम पटेल को मंच पर बुलाकर सिंचाई काम्प्लेक्स का हिसाब मांगा था। उन्होंने पाइप सहित आगे के कार्यों की जानकारी ली। जवाब से संतुष्टि भरा रुख दिखाई देने से जल संसाधन विभाग में उत्साह देखा जा रहा है। काम्प्लेक्स में कन्हान नदी पर कुल तीन बांध बनना है। जिसमें दो संगम टू और रामघाट का सर्वे का कार्य  लगभग पूरा हो गया है। संगम टू का जियोलॉजिकल इन्वेस्टिगेशन का कार्य भी पूरा हो गया है। जबकि रामघाट में उक्त कार्य जारी है। काम में तेजी इस बात से आंकी जा रही है कि सर्वे व इन्वेस्टिगेशन के साथ ही भू-अर्जन और पुनर्वास के लिए भी काम शुरू हो गया है।

कहां-कहां बनेंगे बांध:

१. सिंचाई काम्प्लेक्स का पहला संगम टू बांध कन्हान नदी पर कोहटमाल गांव के पास बनेगा। उक्त बांध में ४२१ मिलियन क्यूबिक मीटर पानी रोकने की योजना है।
२. दूसरा बांध रामघाट जोगनीखापा गांव के पास बनने वाला है। उक्त बांध की लाइव स्टोरेज क्षमता १९१ मिलियन क्यूबिक मीटर होगी। सर्वे के साथ यहां जियोलॉजिकल इन्वेस्टिगेशन हो रहा है।
३. कन्हान नदी बांध की श्रंृखला में तीसरा बांध भूली गांव के पास बनेगा। रामघाट के बेलेंसिंग रिजर्वायर के उक्त बांध की क्षमता ४० मिलियन क्यूबिक मीटर पानी स्टोरेज की होगी।

कितने गांव, कितने हेक्टेयर में होगी सिंचाई:

छिंदवाड़ा सिंचाई काम्प्लेक्स प्रोजेक्ट से जिले के जुन्नारदेव, सौंसर, मोहखेड़, बिछुआ, पांढुर्ना और छिंदवाड़ा ब्लॉक के ६२८ गांव तक पानी पहुंचेगा। इन गांवों की करीब १.९० लाख हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी। सभी जगह पानी पाइप लाइन से ही पहुंचेगा। हालांकि पाइप पहले ही खरीद लिए गए हैं, लेकिन अब बांधों के निर्माण पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है।

पुनर्वास के लिए १५० हेक्टेयर जमीन:

एक बात यह भी अच्छी कि जल संसाधन और राजस्व विभाग ने रामघाट और संगम टू बांध से प्रभावितों के पुनर्वास के लिए जमीन की तलाश कर ली है। राजस्व की करीब १५० हेक्टेयर जमीन दोनों बांधों से प्रभावितों के पुनर्वास के लिए तलाशी गई है। चिन्हित जमीन पर प्रभावित बसने को भी तैयार बताए जा रहे हैं।

स्थानीय नेताओं का भी रुख सकारात्मक:

पूर्व में छिंदवाड़ा सिंचाई काम्प्लेक्स पर सवाल खड़े करने वाले स्थानीय नेताओं का रुख भी अब निर्माण को लेकर सकारात्मक बताया जा रहा है। सीएम श्री चौहान के आगमन पर पूर्व मंत्री चौधरी चंद्रभान सिंह ने उन्हें पत्र देकर परियोजना के काम में तेजी लाने का आग्रह किया था। तब मंच से सीएम ने डब्ल्यूआरडी ईई को बुलाकर प्रोजेक्ट की जानकारियां ली और काम में तेजी लाने निर्देशित किया।
कभी भी पेंच परियोजना देखने आ सकते हैं सीएम:
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिले की पेंच सिंचाई परियोजना का निरीक्षण करने कभी भी आ सकते हैं। वे ९ दिसंबर को ही पेंच परियोजना का निरीक्षण करने वाले थे, लेकिन व्यस्तताओं के चलते नहीं पहुंच पाए। बिछुआ के मंच से सीएम ने सिंचाई काम्पलेक्स का हिसाब लेने के साथ कहा कि वे जल्द ही पेंच परियोजना का निरीक्षण करने आएंगे।
इनका कहना है...
सिंचाई काम्प्लेक्स के तहत संगम टू और रामघाट बांध के सर्वे का कार्य पूरा हो गया है। रामघाट में जियोलॉजिकल इन्वेस्टिगेशन चल रहा है। संगम  टू का टू-डी मॉडल बन गया है। बोधी में डिजाइन और ड्राइंग पर काम हो रहा है। भू-अर्जन और पुनर्वास का काम भी साथ किया जा रहा है।
- कुमकुम पटेल, कार्यपालन यंत्री, जल संसाधन विभाग

Created On :   11 Dec 2022 10:41 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story