चांद की रोशनी में पर्यावरण प्रेमियों ने उठाया प्राणियों के दीदार का लुफ्त

Environmental lovers enjoy the sight of animals in the light of the moon
चांद की रोशनी में पर्यावरण प्रेमियों ने उठाया प्राणियों के दीदार का लुफ्त
अमरावती चांद की रोशनी में पर्यावरण प्रेमियों ने उठाया प्राणियों के दीदार का लुफ्त

डिजिटल डेस्क, अमरावती। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर वन विभाग की तरफ से आयोजित वन्यप्राणी गणना में सैकड़ों वन्यजीव प्रेमी सहभागी हुए थे। मेलघाट में कुल 466 मचान पर करीब एक हजार वन्यप्रेमियों ने बुद्ध पूर्णिमा के उजाले में रात को विविध वन्यजीव के दर्शन किए। कोरोना के कारण तीन वर्ष मेलघाट में यह महत्वपूर्ण उपक्रम बंद रहने से इस वर्ष वन्यजीव प्रेमी काफी उत्साह के साथ वन्यप्राणी देखने के लिए शामिल हुए थे। विविधस्थानों पर वन्यजीव प्राणियों को पट्‌टेदार बाघ के अलावा कई अन्य प्राणी दिखे। 

मेलघाट के पूर्व व पश्चिम घाट में कुल 466 मचानों से वन्यजीव प्रेमियों ने बुद्ध पूर्णिमा की रात जंगल में बिताई। चिखलदरा वन परिक्षेत्र के मेमना बीट में कुछ वन्यप्रेमियों को रात 1.30 बजे के दौरान पट्‌टेदार बाघ के दर्शन हुए तथा तड़के तेंदुआ देखने मिला। हिरण, जंगली सुअर, नीलगाय, बारासिंगा आदि प्राणी भी कुछ स्थानों पर दिखाई दिए। साथ ही मोर, उल्लू, रॉकेट थ्री टॅगो आदि पक्षी भी रात को जंगल में संचार करते दिखाई दिए। कोरोना के कारण वर्ष 2019, 2020 और 2021 में बुद्ध पूर्णिमा की रात वन्यप्राणी गणना बंद कर दी गई थी। इसलिए इस वर्ष इस गणना में सहभागी होनेवाले वन्यप्रेमियों को निसर्ग का अनुभव लेने का अवसर मिला। मेलघाट के सभी 466 मचानों की बुकिंग पहले से ही हो गई थी। बुद्ध पूर्णिमा के दिन वन्यजीव प्रेमी आवंटित स्थलों पर पहंुच गए थे। चिखलदरा, धारणी, अकोट आदि वन परिक्षेत्र में हुई गणना के समय वन्यजीव प्रेमियों में उत्साह देखा गया। 

Created On :   18 May 2022 12:46 PM IST

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