राज्य को टॉपर देने वाला कॉलेज उपेक्षित

exam state topper college neglected
राज्य को टॉपर देने वाला कॉलेज उपेक्षित
नहीं मिल रहा अनुदान राज्य को टॉपर देने वाला कॉलेज उपेक्षित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। इस वर्ष गोंदिया जिले के अर्जुनी मोरगांव स्थित सरस्वती जूनियर कॉलेज के छात्र अमन अग्रवाल ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा में 99 प्रतिशत अंक पाकर राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया, लेकिन राज्य काे टॉपर देने वाला यह जूनियर कॉलेज राज्य सरकार की उपेक्षा का शिकार हो रहा है। हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद अनुदान मंजूर नहीं किया गया है, जबकि इसी की तरह अन्य कॉलेज, जो नंदुरबार, पालघर और मराठवाड़ा क्षेत्र में स्थित है, उन्हें अनुदान मंजूर किया गया है।

प्रस्ताव भेजा, तो खारिज कर दिया : कोई विकल्प न देख कॉलेज प्रबंधन ने हाईकोर्ट की शरण ली थी।  वर्ष 2012-13 के सत्र में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को अनुदान मंजूर करने का आदेश दिया, लेकिन इसके बाद राज्य सरकार ने अनुदान देने के फैसले को नीतिगत फैसला बताते हुए कॉलेज का प्रस्ताव खारिज कर दिया। इसके बाद वर्ष 2014 में तत्कालीन मुख्य सचिव ने कॉलेज को अनुदान देने का फैसला लिया, पर कोई जीआर जारी नहीं किया। तब से कॉलेज में प्राथमिक और अंग्रेजी माध्यम गैर अनुदानित तौर पर चल रहा है, जबकि औरंगाबाद खंडपीठ के आदेश पर अहमदनगर, ठाणे, नंदुरबार जैसे क्षेत्रों में कई कॉलेजों को अनुदान मंजूर किया गया है। 

 10 वर्ष बाद अनुदान देेने की शर्त पर दी थी मंजूरी : दरअसल, नक्सल प्रभावित क्षेत्र में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के उद्देश्य से घनश्यामदास भूतड़ा ने करीब 20 वर्ष पूर्व यह कॉलेज शुरू किया था। तब राज्य सरकार ने इसे 10 वर्ष तक अनुदान नहीं देने की शर्त पर मंजूरी दी थी। नियमानुसार 10 वर्ष पूर्ण होने पर कॉलेज प्रबंधन ने 50 प्रतिशत अनुदान के लिए महाराष्ट्र सरकार को प्रस्ताव भेजा, तो सरकार ने उसे खारिज कर दिया। 

  

Created On :   11 Jun 2022 2:36 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story