किसानों ने किया औसतन 20 लाख क्विंटल धान का उत्पादन

Farmers produced an average of 20 lakh quintals of paddy
किसानों ने किया औसतन 20 लाख क्विंटल धान का उत्पादन
गड़चिरोली किसानों ने किया औसतन 20 लाख क्विंटल धान का उत्पादन

डिजिटल डेस्क, चामोर्शी (गड़चिरोली)। सिंचाई सुविधा से वंचित गड़चिरोली जिला धान उत्पादक के रूप में परिचित है। खरीफ व रबी सत्र के दौरान स्थानीय किसान अपने खेतों में धान की खेती कर गुजर-बसर कर रहे हैं। इस वर्ष रबी सत्र में किसानों ने औसतन 20 लाख क्विंटल धान का उत्पादन लिया है। किसानों की फसल अब बिक्री के लिए पूरी तरह तैयार है। जिले के करीब 15 हजार किसानों ने ऑनलाइन तरीके से धान बिक्री के लिए अपना पंजीयन भी करवा लिया है। लेकिन सरकार ने एकाधिकार धान खरीदी योजना के तहत इस वर्ष रबी सत्र के लिए नाममात्र 1.75 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा है, जिसके कारण किसान अब असमंजस में पड़ गए हैं।

किसानों की इस समस्या का निवारण करने के लिए जिला परिषद के पूर्व कृषि व पशुसवंर्धन सभापति अतुल गण्यारपवार ने मुंबई मंत्रालय पहुंचकर विभिन्न मंत्रियों समेत विभागों के सचिवों से मिलकर बिक्री का लक्ष्य बढ़ाते हुए किसानों से प्रति एकड़ 18 क्विंटल धान खरीदी करने की मांग रखी है। गण्यारपवार ने इस अाशय का ज्ञापन राज्य के वित्त व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे समेत विभिन्न विभागों के सचिवों को सौंपा है।  अपने ज्ञापन में गण्यारपवार ने बताया कि, जिले में इस वर्ष औसतन 20 लाख क्विंटल धान का उत्पादन हुआ है। सरकार ने गड़चिरोली जिले में मार्केटिंग फेडरेशन के माध्यम से 40 हजार क्विंटल और आदिवासी विकास महामंडल के माध्यम से 1 लाख 35 हजार क्विंटल ऐसा कुल 1 लाख 75 हजार धान खरीदी का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिले के तकरीबन 15 हजार किसानों ने अपना पंजीयन भी करवा लिया है। लेकिन   निर्धारित उद्देश्य कम होने के कारण अधिकांश किसान सरकारी केंद्रों में अपना धान बेच नहीं पाएंगे। 

गत वर्ष 12 लाख क्विंटल धान की खरीदी गड़चिरोली जिले में की गयी थी। मात्र इस वर्ष धान खरीदी का लक्ष्य काफी कम होने के कारण अब किसान आंदोलन करने के मूड़ में है। केंद्र सरकार द्वारा धान को 1 हजार 940 रुपए समर्थन मूल्य घोषित किया गया है। यही धान निजी व्यापारी को बेचने पर किसानों को केवल 1 हजार 200 रुपए  प्राप्त होते हंै। सरकारी धान खरीदी केंद्रों में धान की बिक्री न करने पर इस वर्ष किसानों को काफी नुकसान होने की आशंका  व्यक्त की जा रही है। किसानों की इस परिस्थिति को देखते हुए प्रति एकड़ 18 क्विंटल धान खरीदी के साथ जिले से 15 लाख क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य करने की मांग गण्यारपवार ने अपने ज्ञापन से की है। इस समय गण्यारपवार के साथ जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के संचालक व्यंकटी नागीलवार, आरमोरी के खरीदी-बिक्री संस्था के अध्यक्ष मनोज मने, देसाईगंज संस्था के अध्यक्ष अन्नाजी तुपट, घोट के विकास सहकारी संस्था के अध्यक्ष वसंत दुधबावरे, संचालक अशोक पोरेड्‌डीवार आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। 
 

Created On :   30 May 2022 6:31 PM IST

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