- चुनाव आयोग की ओर से शाम 4.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी। इसमें 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाएगा।
- दुनियाभर में अब तक कोविड से 25 लाख लोगों की मौत
- जीडीपी के आंकड़े आने से पहले टूटा शेयर बाजार, 1000 अंक लुढ़का सेंसेक्स
- इंदौर की सुंदरता को खराब करने वालों पर होगी एफआईआर
- जम्मू-कश्मीरः पाकिस्तान ने इस वर्ष 56 दिनों में 591 बार तोड़ा संघर्षविराम
UP: प्रियंका गांधी ने मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत में कहा- '90 दिनों में 215 किसान शहीद हुए'

डिजिटल डेस्क (भोपाल)। तीन कृषि कानूनों के विरोध में अब कांग्रेस खुलकर किसानों के समर्थन में रैलियां कर रही है। यूपी के अलग-अलग शहरों में जाकर किसानों के मुद्दों पर सरकार को घेर रहीं प्रियंका गांधी वाड्रा शनिवार को मुजफ्फरनगर के बघरा गांव पहुंची। यहां उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि, 90 दिनों से लाखों किसान बॉर्डर पर शांति से बैठकर संघर्ष कर रहे हैं, 215 किसान शहीद हुए। बॉर्डर को ऐसा बनाया गया जैसे देश की सीमा हो। किसानों को देशद्रोही, आतंकवादी, परजीवी, आंदोलनजीवी कहा गया। मेरा मनाना है कि हमारे देश का हृदय किसान है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों के आंसू नहीं पोछ पाई, क्योंकि उनकी राजनीति सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने के लिए है। वह सिर्फ अपने कुछ चुनिंदा बिजनेसमैन को फायदा पहुंचाना चाहते हैं।
प्रियंका गांधी तीन नए कृषि कानून के विरोध को भुना कर अपनी सियासी जमीन मजबूत कर ही है। इससे पहले प्रियंका गांधी यूपी के सहारनपुर और बिजनौर में हुई किसान महापंचायत में शामिल हो चुकी हैं। स्वामी कल्याणदेव डिग्री कालेज में आज हुई किसान महापंचायत में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने कृषि कानूनों का विरोध किया। गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर धरने पर बैठे भाकियू नेताओं के बाद अब मुजफ्फरनगर में भी किसानों की महापंचायतों का दौर शुरू हो चुका है। जिलाध्यक्ष सुबोध शर्मा के अनुसार महापंचायत में मुख्य वक्ता प्रियंका वाड्रा 1 बजे पहुंच गई थी, लेकिन विभिन्न गांवों से बसों व ट्रैक्टर-ट्रालियों से किसान सुबह से ही मैदान में पहुंचने शुरू हो गए थे। वाहनों की पार्किं ग और पंचायत स्थल पर किसानों व आम आदमियों के बैठने की व्यवस्था एक दिन पूर्व पूरी कर ली गई थी।
उत्तर प्रदेश: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत में हिस्सा लिया। pic.twitter.com/VIyEb8GRQq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 20, 2021
ज्ञात हो यूपी में अभी सत्ता का सेमीफाइनल माने जाने वाला पंचायत चुनाव प्रस्तावित है। इसके बाद 2022 में विधानसभा चुनाव होने है। ऐसे में कांग्रेस तीन नए कृषि कानूनों के विरोध को भुना कर अपनी सियासी जमीन मजबूत कर ही है। प्रियंका यूपी में काफी एक्टिव नजर आ रही हैं। सहारनपुर में शाकुंभरी देवी के दर्शन और प्रयागराज में संगम में डुबकी के जरिए वो लोगों से जुड़ रही हैं। किसान आंदोलन को लेकर वह लगातार सरकार पर हमलावर हैं। फरवरी में अब तक प्रियंका 4 बार उत्तर प्रदेश का दौरा कर चुकी हैं।
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।