जादू-टोने के शक पर सुपारी देकर पिता-पुत्र को मरवा डाला, तीन लोग गिरफ्तार

Father and son killed by giving supari on suspicion of black magic, three people arrested
जादू-टोने के शक पर सुपारी देकर पिता-पुत्र को मरवा डाला, तीन लोग गिरफ्तार
जादू-टोने के शक पर सुपारी देकर पिता-पुत्र को मरवा डाला, तीन लोग गिरफ्तार
हाईलाइट
  • अंधविश्वास ने ले ली निर्दोष पिता-पुत्र की जान
  • एक आरोपी अब भी गिरफ्त से बाहर
  • दो साल के बच्चे को भी उतारा मौत के घाट

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/ बिछुआ। अंधविश्वास ने एक निर्दोष पिता-पुत्र की जान ले ली। गांव के एक दंपती ने पहले सुपारी देकर एक व्यक्ति की हत्या कराई और दो साल बाद बेटे को भी मौत के घाट उतरवा दिया। दंपती को सिर्फ इस बात का संदेह था कि पिता-पुत्र जादूटोना कर उन्हें बीमार कर रहे हैं। इसी अंधविश्वास के चलते दंपती ने उनकी हत्या की साजिश रच दी। बिछुआ पुलिस ने दोनों हत्याकांड का खुलासा कर आरोपियों को दबोच लिया है।

 

टीआई कोमल दियावार ने बताया कि 31 अक्टूबर की शाम नवलगांव के समीप केकड़ा निवासी बृजकिशोर पाटिल रक्तरंजित हालत में मिला था। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। प्रकरण की जांच में गांव की एक दंपती संदेह के घेरे में आया। संदेह के आधार पर जब उनसे पूछताछ की गई तो मामले का खुलासा हो गया। दंपती ने बताया कि उन्होंने बृजकिशोर की हत्या के लिए लालगांव के अनिल उईके और अर्जुन डोंगरवार को सुपारी दी थी। जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने 29 जुलाई 2016 को बृजकिशोर के पिता नब्बूलाल पाटिल की भी 2 लाख 35 हजार रुपए में सुपारी देकर हत्या करवाना कबूल लिया। नब्बूलाल की हत्या की सुपारी रमेश गज्जाम और अनिल उईके को दी थी।
 

मर्डर को बना दिया था एक्सीडेंट
पुलिस ने बताया कि सुपारी देकर दंपती ने 29 जुलाई 2016 को नब्बूलाल का मर्डर करा दिया था। हत्या की सुपारी लेने वाले आरोपियों ने मर्डर के बाद शव सड़क पर फेंक दिया था, जिससे हत्या सड़क हादसे की तरह लगे। पुलिस ने भी इसे एक्सीडेंट मान लिया था। दंपती से पूछताछ में हत्या का खुलासा होने पर अब पुलिस ने इस प्रकरण में हत्या और साक्ष्य मिटाने की धाराएं बढ़ा दी हैं।
 

बीमारी ठीक नहीं हुई तो बेटे की हत्या
दंपती ने पूछताछ में बताया कि नब्बूलाल पर उन्हें शक था कि तंत्र विद्या कर वह उन्हें बीमार कर रहा है। उन्होंने नब्बूलाल की हत्या करा दी। नब्बूलाल की हत्या के बाद भी उनकी बीमारी ठीक नहीं हुई तो उन्हें बेटे बृजकिशोर पर जादूटोना का संदेह होने लगा और उन्होंने उसकी भी हत्या करा दी।
 

तीन आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने श्रीराम गजभिये, हत्या की सुपारी लेने वाले रमेश गज्जाम और अनिल उईके को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अर्जुन डोंगरवार फरार है। इस मामले में पुलिस ने मानतीबाई को भी आरोपी बनाया है।

Created On :   8 Nov 2018 1:25 PM IST

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