मराठवाड़ा में भीषण जलसंकट की आशंका, सिर्फ 23.50 प्रतिशत बचा पानी

Fears of huge water scarcity in Marathwada, only 23.50% of water left
मराठवाड़ा में भीषण जलसंकट की आशंका, सिर्फ 23.50 प्रतिशत बचा पानी
मराठवाड़ा में भीषण जलसंकट की आशंका, सिर्फ 23.50 प्रतिशत बचा पानी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के जलाशयों के जलस्तर में लगातार गिरावट हो रही है। राज्य भर में मराठवाड़ा के जलाशयों में सबसे कम 23.50 प्रतिशत पानी बचा है। इससे संभाग को गर्मी के मौसम में भीषण जलसंकट का सामना करना पड़ सकता है। यहां पर कुल 965 जलाशय हैं। बीते साल इन जलाशयों में 70.06 प्रतिशत पानी उपलब्ध था। प्रदेश भर के कुल 3266 जलाशयों में फिलहाल 32,161 दलघमी यानी 60.48 प्रतिशत जलसंचय है। जबकि बीते साल 76.15 प्रतिशत पानी जलाशयों में था। रविवार को प्रदेश सरकार के जलसंसाधन विभाग से यह जानकारी मिली। इसके अनुसार नागपुर विभाग के 384 जलाशयों में 37.08 प्रतिशत पानी है। जो कि बीते साल की तुलना में केवल 4.6 प्रतिशत कम है।

अमरावती विभाग के 445 जलाशयों में पिछले साल के 41 प्रतिशत के मुताबले फिलहाल 55.67 प्रतिशत पानी है। नाशिक विभाग के 570 जलाशयों में 64.61 प्रतिशत पानी है। जबकि बीते वर्ष यहां पर 84.52 प्रतिशत पानी मौजूद था। वहीं पुणे विभाग के 726 जलाशयों में 79.48 प्रतिशत पानी है। जबकि पिछले साल इस दौरान यहां पर 91.95 प्रतिशत जलस्तर था। कोंकण विभाग के 176 जलाशयों में 85.28 प्रतिशत पानी की उपलब्धता है। बीते वर्ष यहां पर 93.61 प्रतिशत पानी उपलब्ध था। 

किस जलाशयों में कितना पानी 

जायकवाड़ी -31.35 प्रतिशत
गोसीखुर्द  - 48.28 प्रतिशत
बावनथडी- 24.73 प्रतिशत
कामठी खैरी- 40.45 प्रतिशत 
खिंडसी - 14.14 प्रतिशत 
तोतलाडोह - 14.70 प्रतिशत 
नांद- 90.88 प्रतिशत 
वडगांव- 79.38 प्रतिशत
निम्न वर्धा -24.87 प्रतिशत
येलदरी - 9.31 प्रतिशत 
निम्न मनार- 38.84 प्रतिशत
 

Created On :   28 Oct 2018 6:01 PM IST

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