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अस्पतालों में बेड के लिए फिर मारामारी, नॉन कोविड मरीज को नहीं मिल रहा आईसीयू

डिजिटल डेस्क, नागपुर । कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मरीजों को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ा था। कोरोना संक्रमित मरीज हो या कोई और, इलाज के लिए अस्पताल में वेंटिलेटर बेड उपलब्ध नहीं थे। इसके कारण कई मरीजों की मौत भी हुई। एक बार फिर इसी तरह की स्थिति हो रही है। अब नॉन कोविड मरीज को भर्ती नहीं कर पा रहे हैं। इसी तरह का एक उदाहरण मेयो अस्पताल में सामने आया। 65 वर्षीय बुजुर्ग को भर्ती करने के लिए आईसीयू बेड उपलब्ध नहीं था। फिर उसे मेडिकल अस्पताल में ले जाया गया। वहां भी आईसीयू में बेड नहीं होने के कारण मरीज का कैजुअल्टी में स्ट्रेचर पर इलाज किया गया।
नहीं मिली एंबुलेंस : मरीज उस्मान खान (65) निवासी मोमिनपुरा के बेटे मोहम्मद वसीम खान ने बताया कि मेयो अस्पताल लेकर गए थे। उन्हें पैर में दर्द, बैचेनी, ब्लड प्रेशर कम होने की शिकायत थी। रात में जांच करने के बाद सोमवार की सुबह डॉक्टरों ने बताया कि मरीज को आईसीयू वार्ड में भर्ती करना होगा, लेकिन आईसीयू वार्ड खाली नहीं है, हम इन्हें जनरल वार्ड में भर्ती कर लेते हैं। या फिर इन्हें मेडिकल ले जाइए। इस पर रेफर लेटर की मांग की, तो डॉक्टरों ने मना कर दिया। इसके बाद परिजनों ने मेडिकल अस्पताल ले जाने के लिए मोबाइल नंबर 2027165400 पर कॉल किया, लेकिन एंबुलेंस नहीं मिली। फिर निजी एंबुलेंस में 600 रुपए देकर मेडिकल ले जाया गया। मेडिकल ले जाने के बाद भी मरीज को कैजुअल्टी में रखा गया। वहां भी आईसीयू बेड खाली नहीं था। बाद में मरीज को वार्ड नंबर 23 में भर्ती किया गया।
नहीं मिल रहे वेंटिलेटर
मेयो अस्पताल में वेंटिलेटर नहीं मिल रहा है। उन्हें वापस लौटाया जा रहा है। घंटों एंबुलेंस नहीं आ रही है। अस्पतालों में वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाई जाए, ताकि मरीजों को लौटना नहीं पड़े। फजलुर रहमान कुरैशी, यूथ कांग्रेस, महाराष्ट्र सचिव
Created On :   6 July 2021 4:14 PM IST