आदिवासियों की संस्कृति पर बन रही फिल्म गोत्र

Film gotra will making on tribal culture of mp and maharashtra
आदिवासियों की संस्कृति पर बन रही फिल्म गोत्र
आदिवासियों की संस्कृति पर बन रही फिल्म गोत्र

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। आदिवासियों की जीवन शैली की झलक दिखाने तथा उनके पारंपरिक जीवन से अवगत कराने की दृष्टि से यहां एक फिल्म का निर्माण किया जा रहा है। फिल्म में आदिवासी परंपरा को बड़े ही सटीक और मार्मिक ढंग से चित्रित किया जा रहा है। यह फिल्म आदिवासियों  के जीवन को समझने में काफी सहयोगी सिद्ध होगी। कोरकू जनजाति बहुल गांव चौरापठार और आदिवासी ग्राम मुंगनापार में इन दिनों फिल्म की शूटिंग चल रही है। यहां शूटिंग इसलिए नहीं कि दर्शकों को लुभाने यहां कोई मनोरम दृश्य हो, बल्कि इसलिए की आदिवासी संस्कृति की झलक दिखाई जा सके।

दरअसल फिल्म आदिवासियों की लोप होती संस्कृति को पुन: जीवित करने के उद्देश्य से आदिवासियों पर ही बनाई जा रही है। मुंबई की संस्था फिल्म टेलीविजन एंड थिएटर सोसायटी यहां फिल्म की शूटिंग में जुटी हुई है। बिछुआ के चौरापठार और मुंगनापार में चल रही है फिल्म की शूटिंग। सोसायटी यहां मराठी फिल्म गोत्र के माध्यम से आदिवासियों की संस्कृति पर फिल्म शूट कर रही है।

आदिवासी लड़की पर आधारित है कहानी
फिल्म का निर्माण कर रही संस्था व डॉयरेक्टर शैलेंद्र कृष्णा बागड़े के मुताबिक आदिवासियों की संस्कृति को दिखाने के उददेश्य से फिल्म का निर्माण किया जा रहा है। फिल्म की कहानी एक आदिवासी लड़की पर आधारित है। फिलहाल मराठी भाषा में फिल्म का निर्माण हो रहा है। जिसका शीर्षक गोत्र रखा गया है। फिल्म में आदिवासियों के रीति रिवाज और मार्मिक पहलुओं का जिक्र किया जा रहा है।

मंबई और नागपुर के 50 कलाकार
चौरापठार और मुंगनापार में चल रही फिल्म शूटिंग में करीब 50 कलाकार शामिल हैं। सभी कलाकार मुंबई और नागपुर के हैं। स्थानीय लोगों को भी मौका दिया जा रहा है। दोनों गांवों में शूटिंग 20दिनों तक चलना है। डॉयरेक्टर के मुताबिक6-7 माह में फिल्म का निर्माण पूरा हो पाएगा।फिल्म आदिवासियों  के जीवन को समझने में काफी सहयोगी सिद्ध होगी।

Created On :   25 May 2018 2:08 PM IST

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