नेहरिया खदान प्रबंधक के खिलाफ FIR, चार कामगारों की हो गई थी मौत

FIR against Nehariya mine manager in four employee death case in chhindwara
नेहरिया खदान प्रबंधक के खिलाफ FIR, चार कामगारों की हो गई थी मौत
नेहरिया खदान प्रबंधक के खिलाफ FIR, चार कामगारों की हो गई थी मौत

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/परासिया। देर से ही सही पुलिस जाग गई है। पुलिस ने पेंचक्षेत्र की नेहरिया भूमिगत कोयला खदान में तीन दिन पहले चार कामगारों की मौत के मामले में  खदान प्रबंधक अभिकांत खोबरागढ़े के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। प्रबंधक के खिलाफ आईपीसी की धारा 337, 306-ए और 120-बी के तहत प्रकरण दर्ज किया है। बताया जाता है कि यह पहला मौका है, जब पुलिस ने खदान प्रबंधक के खिलाफ मामले को दर्ज किया है। चर्चाएं है कि पुलिस संबंधित मामले को भी दबाना चाहती थी, लेकिन लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस नू मामले को दर्ज किया है।

जानकारी के मुताबिक नेहरिया खदान में गुुरुवार 25 अक्टूबर को प्रथम पाली में सुबह 10.30 बजे एडवांस टीम रूफ फॉल की चपेट में आई। जिसमें मैकेनिकल फिटर रावनवाड़ा निवासी 34 वर्षीय राजेश कनोजे, जनरल मजदूर जमुनिया पठार निवासी 27 वर्षीय रवि शंकर, शिवपुरी निवासी 48 वर्षीय राम प्रकाश और पेंचईस्ट निवासी 50 वर्षीय रफीक खान की घटना स्थल पर मौत हो गई। शेष अन्य पांच कामगार घटना स्थल से किसी तरह बचकर बाहर की ओर भागे। हादसे के बाद कोल इंडिया, वेकोलि स्तर के पदाधिकारी और सुरक्षा बोर्ड के सदस्यों ने खदान में अलग-अलगपहुंचकर निरीक्षण किया।

बताया जाता है कि कोयला खदान मेें हादसे होना सामान्य घटनाएं रही हैं। हादसों में कामगार गंभीर रूप से घायल होने अथवा उनकी मौत होने के कई मामले सामने आए हैं। राष्ट्रीयकरण के बाद यह पहला अवसर है जब कोयला खदान हादसे में एक साथ चार कामगारों की मौत हुई है। इस मामले में पुलिस ने प्रबंधक और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।  नेहरिया खदान में लगभग 1017 कामगार कार्यरत हैं। प्रथम शिफ्ट में लगभग 400 कामगार खदान में पहुंचते हैं। यहां प्रतिदिन 1 हजार से डेढ़ हजार टन कोयला उत्पादन होता है। विगत पांच साल से अभिकांत खोबरागढ़े यहां प्रबंधक हैं। खोबरागढ़े ने वर्ष 2003 में अंडर मैनेजर के रूप में नेहरिया खदान में ज्वाईनिंग की। वर्ष 2013 से वे खदान प्रबंधक के रूप में काम करते रहे। लगभग एक साल पहले उनका स्थानांतरण पेंचक्षेत्र महाप्रबंधक कार्यालय किया गया। छह माह बाद उन्हें पुन: नेहरिया खदान भेज दिया गया। पांच माह से प्रबंधक के रूप में वे खदान संचालित कर रहे हैं।

इनका कहना है
नेहरिया खदान प्रबंधक अभिकांत खोबरागढ़े के खिलाफ आईपीसी की धारा 337, 306-ए और 120-बी के तहत प्रकरण दर्ज किया गया, इस मामले में संबंधितों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
गोपाल सिंग जगेत, टीआई, थाना क्षेत्र अमरवाड़ा

माथनी खदान हादसे में घायल की उपचार के दौरान मौत
वहीं पेंचक्षेत्र की माथनी भूमिगत कोयला खदान में अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में हुए साइड फॉल में घायल दो कामगारों में से एक कामगार की उपचार के दौरान मौत हो गई। माइनिंग सरदार 53 वर्षीय दुर्गेश यादव और 38 वर्षीय सुशील धुर्वे भी इस हादसे में घायल हुए थे। उसके बाद से ही नागपुर में दुर्गेश यादव का उपचार जारी था। शनिवार को उपचार के दौरान दुर्गेश यादव की मौत हो गई। उनका अंतिम संस्कार छिंदवाड़ा मोक्षधाम में किया गया। उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने श्रम संगठन एटक के पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में वेकोलि कर्मचारी पहुंचे।

Created On :   28 Oct 2018 7:27 PM IST

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