- Home
- /
- मन्नत बाबा समेत 7 पर एफआईआर दर्ज
मन्नत बाबा समेत 7 पर एफआईआर दर्ज

डिजिटल डेस्क, नागपुर । मध्य प्रदेश के चर्चित मन्नत बाबा उर्फ संजय कुमार सिंह सहित 7 आरोपियों के खिलाफ सदर थाने में धोखाधड़ी व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि मन्नत बाबा व अन्य आरोपियों ने मिलीभगत कर नागपुर की कैंसर पीड़ित महिला की संपत्ति अपने नाम कराने की साजिश रची। आरोपियों के नाम मन्नत बाबा उर्फ संजय कुमार सिंह (मृणाल रेसीडेंसी-4), देवीदास गावंडे (गड्डीगोदाम), गीता देवीदास गावंडे, धीरज गावंडे, कुणाल गावंडे, दिनेश आचार्य (शिवाजी नगर) और प्रमोद डवले (सुरेंद्र नगर) हैं। इनमें से कुछ आरोपियों ने दस्तावेज बनाने में मदद की है। आरोप यह भी है कि पुलिस ने गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। आखिर एनजीओ एक्शन कमेटी और एड. वी.वी. महंत ने प्रियंका की ओर से कोर्ट में गुहार लगाई गई। मुख्य न्यायदंडाधिकारी की अदालत ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं। सदर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 406, 420, 468, 471 व 34 के तहत मामला दर्ज किया है।
यह है मामला : मोहन नगर निवासी प्रियंका शंभरकर ने सदर थाने में उक्त आरोपियों के खिलाफ शिकायत की है। प्रियंका ने पुलिस को बताया कि उसके पिता की मौसी कुसुम शंभरकर को बच्चे नहीं थे। कुसुम मध्यप्रदेश मंत्रालय (भोपाल) में कार्यरत थीं और उन्होंने प्रियंका को बचपन में दत्तक लिया था। प्रियंका की सारी जिम्मेदारी कुसुम शंभरकर उठा रही थीं। कुसुम की मन्नत बाबा से भोपाल में पहचान हुई थी, तब से वह पूजा-पाठ के सिलसिले में उससे मिलती थीं। वर्ष 2009 में सेवानिवृति के बाद कुसुम शंभरकर नागपुर में ही रहती थीं। कैंसर होने से उन्हें 9 सितंबर 2021 को मानकापुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। 30 अक्टूबर 2021 को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। 5 दिसंबर 2021 को आखिरकार कैंसर से उनकी मौत हो गई।
तीसरे दिन पहुंचा था मन्नत बाबा : कुसुम शंभरकर के अंतिम संस्कार के तीसरे दिन मन्नत बाबा उनके घर पर पूजा के समय पहुंचा और प्रियंका को बताया कि कुसुम ने सदर के मोहन नगर का फ्लैट और नारी का एक प्लॉट उसके नाम और मामा देवीदास के बेटे धीरज के नाम बाबादीप सिंह नगर का मकान किया है। इस बीच, प्रियंका को अस्पताल प्रशासन से पूछताछ में पता चला कि कुसुम शंभरकर को उपचार के दरमियान ही अचानक 15 सितंबर को संजय कुमार सिंह उर्फ मन्नत बाबा और उसके मामा के परिवार के लोगों ने डॉक्टर की सलाह के खिलाफ अस्पताल से कहीं बाहर ले गए थे, जबकि वह कैंसर के तीसरे स्टेज में होने से शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं थीं। 16 सितंबर को मन्नत बाबा ने अपने नाम पर एक फ्लैट और प्लॉट की गिफ्ट डीड करा ली। मामा के परिवार ने बाबा की मिलीभगत से आरोपी धीरज के नाम पर बाबादीप सिंह नगर के एक मंजिला मकान की वसीयत भी करा ली थी। दस्तावेज बनाने में अन्य आरोपियों ने मदद की। 16 सितंबर को ही गंभीर हालत में कैंसर पीड़ित कुसुम को आरोपियों ने अस्पताल में भर्ती करा दिया था, लेकिन इस बारे में प्रियंका और शंभरकर परिवार को कोई जानकारी नहीं दी गई थी।
Created On :   25 Oct 2022 4:07 PM IST