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बुटीबोरी एमआईडीसी में लगी आग, परिसर धुआं-धुआं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बुटीबोरी एमआईडीसी में स्नेहल फार्मा एंड सर्जिकल प्रा. लिमिटेड कंपनी में आग लग गई। बताया जा रहा है कि सबसे पहले आग इलेक्ट्रिक रूम के पास रखे वेस्टेज प्लास्टिक और कचरे में लगी। शॉर्ट-सर्किट से आग लगने की बात कही जा रही है।
दमकल वाहन कम पड़े
बुटीबोरी एमआईडीसी पुलिस और अग्निशमन विभाग, बुटीबोरी को सूचना दी गई। बुटीबोरी दमकल की 2 गाड़ी तुरंत घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन आग के रौद्र रूप को देखते हुए हिंगना से और 1 गाड़ी, नागपुर अग्निशमन विभाग की 2 गाड़ी, बुटीबोरी इंडोरामा कंपनी की 1 गाड़ी को बुलाना पड़ा। तब जाकर दोपहर 2 बजे के करीब आग पर काबू पाया जा सका। जानकारी मिलते ही बुटीबोरी उपविभागीय पुलिस अधिकारी राजेंद्र चौहान, बुटीबोरी इंस्पेक्टर ओमप्रकाश कोकाटे, एमआईडीसी इंस्पेक्टर विनोद ठाकरे पहुंचे।
शिफ्ट शुरू होते ही भगदड़
कंपनी पिछले 10 साल से शुरू है। 135 कामगार सिर्फ जनरल शिफ्ट में काम करते हैं। सोमवार सुबह 9 बजे शिफ्ट शुरू होने के कुछ ही देर बाद अचानक आग लग गई। कंपनी में काम करने वाले कामगार और अधिकारी जान बचाने के लिए कंपनी से बाहर भागे। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन कंपनी को लाखों का नुकसान हुआ है। कंपनी में मेडिसिन और सैनिटाइजर बनाया जाता है। प्रकरण की जांच एमआईडीसी बुटीबोरी पुलिस कर रही है।
तीव्रता ज्यादा थी
कंपनी का फायर ऑडिट हुआ है। सूचना मिलते ही अग्निशमन की 2 गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंचकर आग बुझाने में लगी थीं, मगर स्थिति अनियंत्रित देख हिंगना और नागपुर से अग्निशमन की गाड़ियों को बुलाना पड़ा। आग की तीव्रता बहुत अधिक थी। बुटीबोरी में नए अग्निशमन सेंटर के लिए सरकार से मांग की है। -बीबी पाटील, विभागीय अग्निशमन अधिकारी, हिंगना
नुकसान बता पाना मुश्किल
शॉर्ट-सर्किट से आग लगी है। आग पर नियंत्रण पा लिया गया है। कितने रुपए का नुकसान हुआ है। यह बता पाना अभी मुश्किल है।
-सुबोध देऊलगांवकर, मालिक, स्नेहल फार्मा कंपनी
राजस्व बढ़ा है, सुविधा नहीं
बुटीबोरी मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप खंडेलवाल ने कहा कि 2000 की अपेक्षा 2021 में बुटीबोरी एमआईडीसी में 4 गुना कंपनियां बढ़ी हैं और इससे एमआईडीसी को राजस्व भी ज्यादा मिल रहा है, लेकिन इस तुलना में बुटीबोरी अग्निशमन विभाग में गाड़ियों की संख्या नहीं बढ़ी है। यहां 2 ही गाड़ी है- एक छोटी और एक बड़ी। बुटीबोरी अग्निशमन विभाग में 4 बड़ी गाड़ियों का होना जरूरी है, ताकि 2 गाड़ी पानी भरने भी जाए, तो 2 आग बुझाने की प्रक्रिया जारी रखे। साथ ही एमआईडीसी में कंपनी बढ़ने से बुटीबोरी अग्निशमन का एक दूसरा नया सेंटर बनाना चाहिए। आग की सूचना मिलते ही 5 मिनट में अग्निशमन की गाड़ी पहुंचना चाहिए। कंपनी में आग लगने के बाद गाड़ी लेट क्यों पहुंची, इसकी जांच होना चाहिए।
Created On :   2 March 2021 1:23 PM IST