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उड़न दस्ते ने नागपुर रेंज में 29 करोड़ की बिजली चोरी पकड़ी

डिजिटल डेस्क,नागपुर । बिजली चोरी रोकने महावितरण नई-नई तकनीक लाती है और चोर इन तकनीक मेंं भी तरकीब निकाल लेते हैं इसी वजह से उपराजधानी में बिजली चोरी की घटनाएं बड़े पैमाने पर सामने आई है। नागपुर परिक्षेत्र के अंतर्गत महावितरण के सुरक्षा व सतर्कता विभाग के उड़न दस्ते ने पिछले आर्थिक वर्ष में 29 करोड़ 59 लाख रुपए की बिजली चोरी पकड़ी। खास यह कि इसमें से करीब 75 प्रतिशत यानी 20 करोड़ 14 लाख 21 हजार रुपए की वसूली भी कर ली गई। सुरक्षा व सतर्कता विभाग के कार्यकारी निदेशक अरविंद साल्वे तथा नागपुर परिक्षेत्र के प्रादेशिक निदेशक भालचंद्र खंडाईत के मार्ग दर्शन में नागपुर परिक्षेत्र के प्रभारी उपनिदेशक मंगेश वैद्य के नेतृत्व में विदर्भ के सभी 11 जिलों के उड़न दस्तों ने 9320 मीटरों की जांच की।
तारों में हुक डालकर भी बिजली चोरी
सीधे बिजली के तारों में आंकड़ा डाल कर बिजली चुरा रहे 3689 प्रकरणों को भी पकड़ा। इसके अलावा विद्युत अधिनियम की धारा 135 व 138 के अंतर्गत 2482 प्रकरण बने। इनमें 10 करोड़ 96 लाख 80 हजार रुपए की बिजली चोरी पकड़ी गई। इसके अलावा धारा 126 के अंतर्गत 107 कनेक्शनों में अनियमितताएं पाई गईं तथा इन्हें 48 लाख 38 हजार रुपए का बिल थमाया गया। पूरे साल चली इस कार्रवाई में श्री डोंगरवार, डी. बारापात्रे, एस. कुथे, ए. ओझा, एस. दास, वी. नवघरे, एस. हेडाऊ, एस. कन्नाके, डी नागपुरकर, एस. पेगलपट्टी, आर. हस्ते एवं एस. देशमुख ने भाग लिया।
कहां कितने प्रकरण मिले
बिजली चोरी में सबसे अधिक प्रकरण भंडार में 251, यवतमाल में 250, अकोला में 243, अमरावती में 229, गोंदिया में 217, चंद्रपुर में 205, बुलढाणा तथा वर्धा प्रत्येक में 200, नागपुर ग्रामीण में 189, नागपुर शहर व वासिम प्रत्येक में 187, तथा गड़चिरोली में 124 बिजली चोरी पकड़ी गई। इसके अलावा धारा 126 के अंतर्गत यवतमाल मंडल में 23 प्रकरण पाए गए। अमरावती मंडल में 21, इसके अलावा अकोला में 5, बुलढाणा में 4, भंडारा में 12, चंद्रपुर में 9, नागपुर शहर में 8, नागपुर ग्रामीण, वर्धा तथा गोंदिया में 7-7 एवं गड़चिरोली व वासिम मंडल में 2-2 प्रकरण मिले।
महावितरण करेगी समानांतर मीटर रीडिंग
उत्तम ग्राहक सेवा तथा अचूक विद्युत बिल देने के लिए महावितरण के नागपुर परिमंडल के मुख्य अभियंता रफीक शेख ने समानांतर मीटर रीडिंग की प्रक्रिया शुरू करने का महात्वाकांक्षी निर्णय लिया है। समानांतर रीडिंग आकस्मिक तरीके से की जाएगी। इससे मीटर रीडिंग व अन्य अनियमितताओं को खोलने में मदद मिलेगी। जानकारी के अनुसार अप्रैल 2017 से दिसंबर 2017 के मध्य अप्रैल 2016 से दिसंबर 2016 में ली गई बिजली में 15 दसलाख यूनिट बढ़ी हैं। इसके कारण बिजली बिल की राशि में करीब 25 करोड़ की वृद्धि होनी चाहिए। इसके अलावा विद्युत दर में हुई वृद्धि व अन्य के कारण प्रति यूनिट 15 पैसे से दर बढ़ी है। इसके विपरीत विद्युत विक्रय में मात्र 9 करोड़ रुपए की वृद्धि दिख रही है। महावितरण के प्रबंध निदेशक संजीवकुमार ने कुल मीटर रीडिंग के 5 प्रतिशत मीटरों की पुन: रीडिंग करने के निर्देश दिए हुए हैं। इस निर्देश का कठोरता से पालन करते हुए ज्यादा से ज्यादा मीटरों की समानांतर रीडिंग की जाएगी। इसके अंतर्गत महावितरण के कर्मचारी महीने में कभी भी और कहीं भी आकस्मिक रूप से पहुंच कर मीटर रीडिंग लेंगे। साथ ही मंजूर भार, संलग्न भार, प्रतिदिन का विद्युत प्रयोग व मीटर घूमने की गति की भी जांच करेंगे।
Created On :   25 April 2018 12:35 PM IST