- Home
- /
- दो एकड़ भूमि में टेक्सटाइल...
दो एकड़ भूमि में टेक्सटाइल यूनिवर्सिटी साकार करने की योजना
डिजिटल डेस्क, नागपुर। हैंडलूम से संबंधित पाठ्यक्रमों की कमी को पूरा करने के लिए दक्षिण नागपुर के उमरेड रोड स्थित हारपुर में टेक्सटाइल विश्वविद्यालय बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। यह प्रस्ताव राज्य सरकार के सहकार, विपणन और वस्त्र विभाग का है। राज्य के वस्त्र सचिव अतुल पाटने के अनुसार, प्रस्ताव कार्यान्वित हुआ तो यह अपने तरह का देश का पहला विश्वविद्यालय होगा। विश्वविद्यालय परिसर का निर्माण राज्य हैंडलूम कारपोरेशन के दो एकड़ की भूमि पर किया जाएगा। नागपुर सुधार प्रन्यास को इसके लिए नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है। हाल ही में हुई एनआईटी की बैठक में हरीश चांदानी को प्रोजेक्ट के लिए आर्किटेक्ट व सलाहकार नियुक्त किया गया है। पाटने के अनुसार विश्वविद्यालय को सही तरीके से शुरू करने के लिए विभाग की योजना अंतरराष्ट्रीय स्तर की संस्था को आमंत्रित करने की है। फिलहाल कुछ काॅलेजों में टेक्सटाइल से संबंधित कुछ पाठयक्रम चल रहे हैं, लेकिन टेक्सटाइल के लिए पूरी तरह से समर्पित विश्वविद्यालय देश में एक भी नहीं है।
हैंडलूम, स्पिनिंग मिल्स, होजियरी से संबंधित पाठ्यक्रमों की कमी
देश में वस्त्र उद्योग से संबंधित हैंडलूम, स्पिनिंग मिल्स, होजियरी आदि से संबंधित पाठ्यक्रमों की कमी है। अगर कोई इन विषयों में कौशल प्राप्त कर काम करना चाहता हो तो उसके लिए आईटीआई, पॉलिटेक्निक या इंजीनियरिंग कॉलेजों में पाठ्यक्रम उपलब्ध नहीं हैं। ये सभी पाठ्यक्रम टेक्सटाइल विश्वविद्यालय में उपलब्ध होंगे।
यार्न के नए स्रोतों की खोज से संबंधित पाठ्यक्रम
पाटने के अनुसार देश के 80 फीसदी हस्तकरघा उद्योग के राज्य में केंद्रित होने के कारण टेक्सटाइल विश्वविद्यालय इस उद्याेग के विकास में विशेष मददगार साबित होगी। उन्होंने बताया कि नए प्रकार के अपरंपरागत यार्न की खोज प्रस्तावित विश्वविद्यालय मददगार साबित होगा।
डेक्कन बुल, भेड़, केला व बांस से नए प्रकार के यार्न विकसित किए जाने की संभावनाओं से संबंधित पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय में शुरू किए जाएंगे। उपरोक्त पाठ्यक्रम शुरू करने से युवाओं को रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त होने की संभावना है।
Created On :   18 Dec 2018 5:51 AM GMT