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पुष्कर मेले में पहुंच रहे विदेशी पर्यटक, चप्पे-चप्पे पर पुलिस बंदोबस्त

डिजिटल डेस्क, सिरोंचा (गड़चिरोली)। पुष्कर यात्रा के तीसरे दिन सिरोंचा की प्राणहिता नदी में हजारों की संख्या में देश के काेने-कोने से पहुंचे श्रद्धालुओं ने बड़ी ही आस्था के साथ पवित्र डुबकी लगायी। इस बीच कुछ विदेशी पर्यटक भी आस्था की इस अनोखी परंपरा को देखने यहां पहुंचे। स्विट्जरलैंड के युवा पर्यटक लैमविव ने प्राणहिता नदी में पहुंचकर भारतीय संस्कृति को करीब से देखा। इस समय लैमविव ने यात्रा स्थल पर लोगों में नशामुक्ति के बारे में जनजागरण भी किया। इस बीच श्रद््धालुओं की सुरक्षा के लिए सिरोंचा के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती रखी गयी है। पुलिस विभाग के आला-अधिकारी लगातार पुष्कर यात्रा पर कड़ी नजर रखे हुए हैं।
बता दें कि, देश की कुल 12 नदियों में से एक नदी पर 12 वर्ष बाद इस तरह का पुष्कर मेला आयोजित किया जाता है। इस वर्ष यह मेला सिरोंचा और तेलंगाना राज्य की सीमा पर बसी प्राणहिता नदी में किया जा रहा है। पिछले बार वर्ष 2010 में पुष्कर मेला आयोजित किया गया था। इस वर्ष की यात्रा में देशभर के लाखों श्रद्धालु पहुंचने की संभावना को देखते हुए गड़चिरोली जिला प्रशासन के साथ तेलंगाना राज्य सरकार ने श्रद्धालुअों की सुविधा के लिए विभिन्न प्रकार की व्यवस्थाएं कर रखी हंै।
जिला पुलिस विभाग के कुल 800 पुलिस जवान और 20 पुलिस अधिकारी दिन-रात अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं। शुक्रवार को यात्रा के तीसरे दिन प्राणहिता नदी के विट्ठलेश्वर मंदिर नदी घाट और नगरम घाट पर हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान कर ब्रह्मदेवता की विधिवत पूजा-अर्चा की। वहीं तेलंगाना राज्य के वेनमपल्ली, अर्जुनगुंटा और देवूलावा नदी घाट पर भी श्रध्दालुओं ने बड़ी तादाद में पहुंचकर आस्था के साथ पूजा-अर्चा की। इस बीच सिरोंचा के विट्ठलेश्वर नदी घाट पर स्विट्जरलैंड देश के युवा पर्यटक लैमविव अपने हैदराबाद स्थित मित्रों के साथ पहुंचे। संवाददाता ने लैमविव के साथ बातचित करने का प्रयास करने पर उन्होंने कहा कि, विश्व में भारतीय संस्कृति काफी अनोखी है। आज इस संस्कृति को करीबी से देखने का उन्हें मौका मिला। उन्होंने यात्रा के दौरान नशामुक्ति पर जनजागृति का कार्य भी किया। साथ ही करीब आधे घंटे तक प्राणहिता नदी तट पर उतरकर पुष्कर के संदर्भ में जानकारी भी ली। यात्रा के तीसरे दिन छत्तीसगढ़, तेलंगाणा, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक राज्य के श्रध्दालु बड़ी संख्या में पहुंचे थे।
Created On :   16 April 2022 6:45 PM IST