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तेंदूपत्ते की नीलामी से वनविभाग को मिलेगा 12 करोड़ का राजस्व

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। उद्योग विहीन गड़चिरोली जिले में बेरोजगारों के लिए वरदान साबित होने वाले तेंदूपत्ता संकलन कार्य की प्रक्रिया अब आरंभ हो गयी है। वनविभाग ने अपने स्तर पर तेंदू यूनिट की नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी है। पहले चरण में गड़चिरोली वनवृत्त के 5 वनविभाग में से 3 विभाग में तंेदू यूनिट की बिक्री कर ली गयी है। नीलामी की इस प्रक्रिया से वनविभाग को 11 करोड़ 80 लाख 31 हजार 245 रुपए का राजस्व प्राप्त हाेगा। इसमें गड़चिरोली, देसाईगंज और आलापल्ली वनविभाग का समावेश होकर भामरागढ़ व सिरोंचा वनविभाग में वनविभाग किसी यूनिट की नीलामी नहीं कर पाया। आगामी कुछ ही दिनों में बेरोजगार वनों में पहुंचकर तेंदूपत्ता का संकलन करेंगे।
बता दें कि, राज्य में सर्वाधिक वनों के जिले के रूप में गड़चिरोली परिचित है। यहां 78 प्रतिशत जंगल उपलब्ध है। इस जंगल में तंेदू के पेड़ बड़ी मात्रा में उपलब्ध हैं। आदिवासियों के लिए तेंदू के पेड़ किसी वरदान से कम नहीं है। इसी पेड़ पर निर्भर रहकर आदिवासी ग्रामीण अपने पूरे सालभर का बजट तय करते हैं। तेंदू के पेड़ से तेंदूपत्ता, तेंदू का फल (टोरी), तंेदू की छाल आदि का संकलन किया जाता है। आमतौर पर गर्मियों के दिन शुरू होते ही तेंदूपत्ता संकलन का कार्य आरंभ किया जाता है। यह कार्य वनविभाग समेत जिले में कार्यरत ग्रामसभाओं द्वारा किया जाता है। इस वर्ष वनविभाग ने पूरे प्रदेश में 208 तंेदू यूनिट की नीलामी की है। पिछले पांच वर्षों की तुलना में ऐसा पहली बार हुआ है कि, तकरीबन 218 तंेदूपत्ता ठेकेदारों ने तेंदू यूनिट के लिए अपनी निविदाएं पेश की है।
गड़चिरोली वनवृत्त में पहले चरण मंे अब तक कुल 25 यूनिटों की नीलामी पूर्ण हुई है। इसमें देसाईगंज वनविभाग के 5, गड़चिरोली 3 और आलापल्ली वनविभाग के 17 यूनिटों का समावेश हैं। देसाईगंज वनविभाग के 5 यूनिट से 1 करोड़ 28 लाख 49 हजार 941 रुपए का राजस्व प्राप्त होगा। वहीं गड़चिरोली वनविभाग के 3 यूनिट के माध्यम से 91 लाख 15 हजार 986 रुपए का राजस्व प्राप्त होगा। उधर दक्षिणी छोर पर बसे आलापल्ली वनविभाग के कुल 17 यूनिट के माध्यम से वनविभाग को 9 करोड़ 60 लाख 65 हजार 318 रूपयों का राजस्व प्राप्त होगा। उल्लेखनीय यह हैं कि, तकरीबन पंद्रह दिनों तक शुरू रहने वाले तेंदूपत्ता संकलन के कार्य से मजदूर, किसान व सुशिक्षित बेरोजगार पूरे सालभर का बजट तैयार कर लेते है। संकलन के अलावा तेंदूपत्ता यूनिट में भी लोगों को रोजगार उपलब्ध होता है। पिछले 2 वर्षों तक कोरोना संक्रमण के कारण वनविभाग के यूनिटों की बिक्री काफी कम प्रमाण में हुई थी। तंेदूपत्ता संकलन का कार्य भी काफी कम मात्रा में होने से बेरोजगारों को पर्याप्त मात्रा में रोजगार भी उपलब्ध नहीं हुआ था। मात्र अब वनविभाग द्वारा ही जिले में 25 यूनिट के माध्यम से तेंदूपत्ता संकलन का कार्य होगा। जिससे मजदूरों में हर्ष का माहौल बना हुआ है।
Created On :   24 Feb 2022 6:42 PM IST