राजनीतिक दल में बदला सपाक्स संगठन, MP की सभी 230 सीटों पर लड़ेगा चुनाव

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राजनीतिक दल में बदला सपाक्स संगठन, MP की सभी 230 सीटों पर लड़ेगा चुनाव
राजनीतिक दल में बदला सपाक्स संगठन, MP की सभी 230 सीटों पर लड़ेगा चुनाव

डिजिटल डेस्क, भोपाल। इस बार होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में अब एक नई पार्टी ने कदम रखने का ऐलान कर दिया है। गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर को सपाक्स (सामान्य, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग अधिकारी कर्मचारी समाज संगठन) ने नई पार्टी के गठन की घोषणा की है। इस नई पार्टी का नाम ""सपाक्स समाज पार्टी"" रखा गया है। पार्टी ने अपना झंडा भी लांच किया है। चुनाव आयोग की मंजूरी के बाद चुनाव चिन्ह तय होगा। इस पार्टी के पहले अध्यक्ष हीरालाल त्रिवेदी नियुक्त हुए हैं। साथ ही, चार उपाध्यक्ष बनाए गए। बता दें कि सपाक्स को करणी सेना समेत कई संगठनों ने भी अपना समर्थन दिया है।

गांधी जयंती पर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने की शपथ लेते हुए सपाक्स समाज पार्टी ने राजनीतिक रूप से अपना काम शुरू कर दिया है। सपाक्स ने प्रदेश कार्यकारिणी का भी गठन किया गया है। पार्टी में अध्यक्ष हीरालाल त्रिवेदी के अलावा चार उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। पार्टी ने राजीव खंडेलवाल को भी उपाध्यक्ष बनाया है, जो हाल ही में भारतीय जनता पार्टी छोड़कर सपाक्स में शामिल हुए हैं। वहीं, मप्र भूमि सुधार आयोग की सदस्य डॉ. वीणा घाणेकर आईएएस ने सपाक्स में जाने के लिए आयोग से इस्तीफा दे दिया है।

सपाक्स अध्यक्ष हीरालाल त्रिवेदी ने कहा, "देश में जाति और धर्म की समानता के आधार पर प्रदेश की सभी सीटों पर विधानसभा और लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे।"

बता दें कि इससे पहले रविवार 30 सितंबर को भोपाल में सपाक्स की महाक्रांति रैली हुई थी। इस रैली को संबोधित करते हुए हीरालाल त्रिवेदी ने कहा था कि हमारी पार्टी प्रदेश में सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा था, "मध्य प्रदेश की सभी 81 आरक्षित सीटों में भी हमारे प्रत्याशी खड़े होंगे और जिस प्रकार इन वर्गों का भी हमें समर्थन प्राप्त हो रहा है, उससे मैं कह सकता हूं की इसमें से भी हम 40 सीटों पर जीत कर दिखाएंगे।"

गौरतलब है कि सपाक्स समाज संगठन सरकार की आरक्षण नीति से नाराज है। खासतौर पर प्रमोशन में आरक्षण को लेकर हाई कोर्ट के फैसले के बाद राज्य सरकार ने जो रूख अपनाया, उससे सामान्य और पिछड़ा वर्ग के अधिकारी-कर्मचारी खासे नाराज हैं। सपाक्स समाज संगठन के इस फैसले से सत्ताधारी भाजपा का चुनाव में गणित गड़बड़ा सकता है।

Created On :   2 Oct 2018 7:05 PM IST

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