रडार पर बिजनेस पार्टनर भी, पूर्व गृहमंत्री देशमुख के सहायक पलांडे-शिंदे गिरफ्तार

Former Home Minister Deshmukhs assistant Palande-Shinde arrested
रडार पर बिजनेस पार्टनर भी, पूर्व गृहमंत्री देशमुख के सहायक पलांडे-शिंदे गिरफ्तार
रडार पर बिजनेस पार्टनर भी, पूर्व गृहमंत्री देशमुख के सहायक पलांडे-शिंदे गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। 100 करोड़ की वसूली मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मुंबई ने पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के पीएस संजीव पलांडे व पीए कुंदन शिंदे को गिरफ्तार किया है। अब बिजनेस पार्टनर सागर भटेवार पर ईडी की नजर है। नागपुर ईडी कार्यालय इसके पहले भी इस बिजनेस पार्टनर से पूछताछ कर चुकी है। शुक्रवार को हुई ईडी की छापामार कार्रवाई के बाद से उक्त बिजनेस पार्टनर फिर से ईडी के रडार पर आ गया है। इसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। ईडी ने पिछली छापामार कार्रवाई के दौरान उसके यहां की फाइलें व दस्तावेज खंगाले थे। देशमुख परिवार से इसके ट्रांजेक्शन को खंगाला जा रहा है। जरूरत के हिसाब से कार्यालय बुलाने पर हाजिर होने का फरमान ईडी नागपुर की तरफ से जारी किया गया है। वैसे पिछले कुछ दिनों से ईडी नागपुर कार्यालय में हलचल बढ़ गई है। कई लोगों को यहां हाजिरी लगाने आना पड़ रहा है।

पूर्व गृहमंत्री देशमुख के सहायक पलांडे-शिंदे गिरफ्तार

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता व राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने देशमुख के ठिकानों पर छापेमारी के बाद शुक्रवार को देर रात देशमुख के निजी सचिव रहे संजीव पलांडे व निजी सहायक (पीए) कुंदन शिंदे को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को दोनों को पीएमएलए कोर्ट पेश में किया गया, जहां से उन्हें 1 जुलाई तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया। शुक्रवार की शाम ईडी पलांडे व शिंदे को पूछताछ के लिए अपने दफ्तर ले गई थी। कई घंटे की पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। सूत्रों के अनुसार इन दोनों को देशमुख के अवैध लेनदेन की पूरी जानकारी थी। ईडी अधिकारियों का कहना है कि बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाझे ने मुंबई के बार-रेस्टोरेंट से मालिकों से 4 करोड़ रुपए वसूल कर देशमुख तक पहुंचाए थे। यह रकम कथित तौर पर देशमुख के परिजनों से सीधे तौर पर जुड़ी कंपनियों तक पहुंचाई गई थी।

पीएमएलए कोर्ट में सुनवाई के दौरान पलांडे के वकील ने ईडी को ‘पिंजरे में बंद गौरैया कहा जो सिर्फ ट्वीट के अलावा कुछ नहीं करती" है। वकील ने कहा कि ईडी को एक बेहतरीन संगठन के रूप में जाना जाता है लेकिन वर्तमान में वह स्थानीय पुलिस के रूप में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को मेरे क्लाइंट पलांडे के आवास पर छापा मारा और उन्हें पीएमएलए की धारा 50 का नोटिस दिया और फिर उन्हें अपने साथ ले गए। ये किस तरह की कार्रवाई है? हालांकि बाद में वकील ने ‘पिंजरे में बंद गौरैया" वाली टिप्पणी के लिए माफी मांग ली। वहीं कुंदन शिंदे के वकील मेहुल ठक्कर ने कहा कि ऑन रिकॉर्ड दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है कि सचिन वाझे, कुंदन शिंदे के सीधे संपर्क में थे। वाझे के बयान के आधार पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है। मामले में केवल सहयोग न करना रिमांड का आधार नहीं हो सकता। ईडी द्वारा अपनाई गई प्रक्रिया में गिरफ्तारी के कारण भी नहीं दिए गए ।

पूर्व भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने शनिवार तड़के ट्वीट कर कहा कि अनिल देशमुख के सेक्रेटरीज संजीव पलांडे और कुंदन शिंदे को ईडी ने आज गिरफ्तार किया है। मुझे यकीन है कि अगले कुछ दिनों में अनिल देशमुख को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।इसके पहले शुक्रवार को ईडी ने देशमुख के मुंबई और नागपुर स्थित आवासों समेत पांच जगहों पर छापेमारी की थी। हालांकि देशमुख ने मीडिया के सामने आकर अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार किया था। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ आरोप झूठे हैं। परमबीर सिंह को एंटीलिया विस्फोटक मामले में संदिग्ध भूमिका के चलते मुबंई पुलिस आयुक्त पद से हटाए जाने के बाद उन्होंने मेरे खिलाफ आरोप लगाए। 

देशमुख को ईडी का समन, वकील के मार्फत मांगा समय
इस बीच ईडी ने शनिवार को पूर्व गृहमंत्री देशमुख को समन जारी कर सुबह 11 बजे पूछताछ के लिए ईडी के दक्षिण मुंबई स्थित कार्यालय बुलाया। पर वे ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे और अपने वकील के माध्यम से समय की मांग की। देशमुख की बजाय उनके वकील ईडी कार्यालय गए। बता दें कि बीते 21 अप्रैल को सीबीआई के देशमुख के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में एफआईआर दर्ज कराई थी। गौतरलब है कि मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह द्वारा मार्च में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखने और इसको लेकर बांबे हाईकोर्ट में याचिका दायर करने के बाद अदालत ने सीबीआई को प्राथमिक जांच शुरु करने का निर्देश दिया था। सिंह ने आरोप लगाया था कि गृहमंत्री रहते देशमुख ने एपीआई सचिन वाझे को मुंबई के बियर बार, रेस्तरां, होटलों से हर महीने 100 करोड़ रुपये इकट्ठा करने के लिए कहा था। सिंह के पत्र में दावा किया गया है कि उस समय देशमुख के सचिव पलांडे भी कमरे में मौजूद थे। ईडी पीएमएलए की धारा 50 के तहत किसी मामले में किसी भी व्यक्ति के बयान दर्ज कर सकता है और यह अदालत में सबूत के रूप में स्वीकार्य है।

ईडी ने पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) राजू भुजबल का भी बयान दर्ज किया है, जिसका नाम सिंह ने सीएम को लिखे अपने पत्र में देशमुख द्वारा कथित जबरन वसूली के गवाह के रूप में उल्लेख किया था। भुजबल मुंबई  पुलिस की उस यूनिट के डीसीपी हैं जो डांस बार, पब, क्लब, रेस्तरां, होटल आदि में अवैध गतिविधियों पर नजर रखते हैं।ईडी ने सीबीआई मामले में शिकायतकर्ता डॉ जयश्री पाटिल और मुंबई के कुछ बार, पब, रेस्तरां मालिकों के भी बयान दर्ज किए हैं। इससे पहले बीते 24अप्रैल को, सीबीआई ने नागपुर और मुंबई में देशमुख के आवासों के साथ-साथ पलांडे के ठिकानों पर छापेमारी कर कुछ डिजिटल उपकरणों को जब्त किया था।

Created On :   26 Jun 2021 1:05 PM GMT

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