नावलेकर को संघ की ड्रेस में दिखाने वाली परुलेकर को दो साल की जेल 

नावलेकर को संघ की ड्रेस में दिखाने वाली परुलेकर को दो साल की जेल 
नावलेकर को संघ की ड्रेस में दिखाने वाली परुलेकर को दो साल की जेल 

डिजिटल डेस्क, भोपाल। राजधानी की एक अदालत ने एक फोटो से छेडछाड़ कर तत्कालीन लोकायुक्त प्रकाश प्रभाकर नावलेकर को आरएसएस की यूनिफार्म में दिखाने के मामले में कांग्रेस की पूर्व विधायक डॉ कल्पना परुलेकर की दो साल की सजा सुनाई है। इस मामले में उन्हें कई दिन जेल में भी गुजारने पड़े थे।

वर्ष 2011 में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान परुलेकर ने सदन के अंदर और बाहर पत्रकारों के बीच एक फोटो दिखाया था, इसमें तत्कालीन लोकायुक्त नावलेकर संघ की यूनिफार्म में दिखाई दे रहे थे। तब प्रदेश के संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आसंदी को बताया था कि फोटो के साथ छेडछाड़ की गई है और ये ओरेजिनल फोटो संघ प्रमुख मोहन भागवत की है। वर्ष 2015 में भोपाल की निचली अदालत में स्वयं लोकायुक्त नावलेकर ने भी परुलेकर के खिलाफ गवाही दी थी।

मंगलवार 3 अक्टूबर को एडीजे अरविंद कुमार गोयल ने इस मामले में परुलेकर को दो साल के सश्रम कारावास और 12 हजार रुपए की सजा सुनाई है। सजा के बाद परुलेकर को जमानत पर रिहा कर दिया गया। परुलेकर ने कहा कि वे इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेंगी।

गौरतलब है कि महिदपुर की तत्कालीन विधायक कल्पना परुलेकर ने 29 नवंबर 2011 को एक एक प्रेस कांफ्रेंस में लोकायुक्त पीपी नावलेकर और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के संघ की गणवेश से जुड़े चित्रों को प्रदर्शित किया था। उस दौरान कल्पना ने नावलेकर और भागवत पर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे। इस मामले में गोपाल कृष्ण दंडोतिया के एक आवेदन पर सायबर पुलिस ने परुलेकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। परुलेकर को कई दिन जेल में गुजारने पड़े थे।

बाद में इस मामले की जांच सीआईडी ने की थी और सीआईडी ने ही चालान पेश किया था। ध्यान रहे कि दंडोतिया को राज्य सरकार ने इस प्रकरण के बाद राजय सूचना आयुक्त के पद पर मनोनीत किया था। वे पिछले साल रिटायर भी हो गए।  

Created On :   3 Oct 2017 6:03 PM IST

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