नागपुर में चार और पॉजिटिव, कोरोना मरीजों की कुल संख्या 133

Four more positive, corona patients in Nagpur total 133
नागपुर में चार और पॉजिटिव, कोरोना मरीजों की कुल संख्या 133
नागपुर में चार और पॉजिटिव, कोरोना मरीजों की कुल संख्या 133

डिजिटल डेस्क,  नागपुर । चार नए मरीज के पॉजिटिव आने के साथ ही शहर में कोरोना पॉजिटिव्स की संख्या 133 हो गई है। मंगलवार को पॉजिटिव आए मरीजों में सतरंजीपुरा की 20, 28, 30 और 50 चार महिलाएं हैं। सभी सतरंजीपुरा निवासी हैं। 28, 30 और 50 वर्षीय महिलाओं के सैंपल की जांच मेयो में हुई है। ये सभी सिम्बॉसिस में क्वारंटाइन थीं। जबकि 20 वर्षीय महिला के सैंपल की जांच मेडिकल में हुई है। वह एमएलए हॉस्टल में क्वारंटाइन थी।

सात मरीज हुए डिस्चार्ज
मंगलवार को सात कोरोना मरीज डिस्चार्ज किए गए हैं। इसके साथ ही ठीक हुए मरीजों की संख्या 38 हो गई है। मेयो से डिस्चार्ज किए गए पहले तीनों मरीज जबलपुर के हैं, जो जमात की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने नागपुर आए थे। तीनों मरीज एमएलए हॉस्टल में क्वारंटाइन थे। उन्हें 13 अप्रैल को मेयाे में भर्ती किया गया था। 26 और 27 अप्रैल को सैंपल में निगेटिव आने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। शाम को मेयो से चार और मरीज डिस्चार्ज किए गए। चार मरीजों में एक 28 वर्षीय पुरुष, 45, 45, 38 वर्षीय महिलाएं हैं। डिस्चार्ज मरीजों में सतरंजीपुरा के मृत मरीज की दो करीबी रिश्तेदार भाई की बेटी और बहन की बेटी शामिल हैं। 

क्वारंटाइन सेंटर में परेशानी की शिकायत
शहर में क्वारंटाइन लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। एमएलए हॉस्टल, वनामती, लोणारा के बाद अब सिम्बॉयसिस और पांचपावली में भी लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। सोमवार को देर रात तक सतरंजीपुरा के 750 लोगों को एमएलए हॉस्टल, वीएनआटी और सिम्बॉसिस में तैयार किए गए क्वारंटाइन सेंटर में भेजा गया। मंगलवार को भी लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में भेजे जाने की प्रक्रिया जारी है। हालांकि क्वारंटाइन किए गए लोग सुविधाओं की कमी को लेकर लगातार शिकायत करते रहे। पांचपावली क्वारंटाइन सेंटर से मिली जानकारी के अनुसार वहां फिलहाल तीन सौ लोग रह रहे हैं, लेकिन साफ सफाई की कमी से लोग परेशान हैं। पानी की कमी की किल्लत की भी शिकायत मिली है।

 सिम्बॉसिस में क्वारंटाइन किए गए लोगों को जरूरी सामान पहुंचाने गए युवक ने बताया कि उसकी 65 वर्षीय फूफी सेंटर में हैं, उनके लिए जरूरी सामान देने की अनुमति नहीं मिल रही है। सिम्बॉयसिस में क्वारंटाइन किए गए अधिकतर लोग रोजा रखें हैं और उनके लिए इफ्तार और सहरी के लिए समय की पाबंदी है। ऐसे में लोगों की शिकायत हैं कि जरूरी चीजों की कमी के कारण परेशानी आ रही है। क्वारंटाइन किए गए लोगों के अनुसार मंगलवार को सुबह 11 बजे के करीब नाश्ता और दोपहर चार बजे खाना दिया गया। यहां क्वारंटाइन किए गए लोगों में कई डायबिटीज के मरीज हैं। उनके लिए लंबे समय तक भूखा रहना दूसरी परेशानियां खड़ी कर सकता है। कई लोगों की याकायत है कि जिनके जरूरी सामना जैसे दवा वैगरह छूट गए हैं वे भी उन तक नहीं पहुंच रहे हैं। घर से सामान लेकर आए लोगों को सामान अंदर भेजने नहीं दिया जा रहा है।

सभी पहुंचे सिम्बॉयसिस, घंटों लोग खड़े रहे सड़क पर
सोमवार को सतरंजीपुरा से क्वारंटाइन के लिए भेजे गए 750 लोगों को आधी रात तक सड़क पर रहना पड़ा। वाठोडा स्थित सिम्बॉयिस में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर पहुंचने पर लोगों को सेंटर के अंदर जाने नहीं दिया गया। मनपा आयुक्त तुकारात मुंढे ने बताया कि गलतफहमी के कारण सभी बसेस सिम्बॉसिस पहुंच गईं। कुछ बसों को एमएलए हॉस्टल और कुछ को वीएनआईटी जाना था। उन्होंने यह भी कहा कि समस्या सुलझा ली गई है और बसे अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गई हैं। जबकि क्वारंटाइन किए गए लोगों के अनुसार रात के दो बजे तक इंट्री की औपचारिता ही चलती रही। 


 

Created On :   28 April 2020 4:02 PM GMT

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