क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वाले गिरोह का भांडाफोड़

Fraud exposed on the name of crypto currency, 1 accused arrested
क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वाले गिरोह का भांडाफोड़
क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लोगों के साथ ठगी करने वाले गिरोह का भांडाफोड़

डिजिटल डेस्क, मुंबई। फर्जी तरीके से क्रिप्टो करेंसी बनाकर लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले एक अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का ठाणे पुलिस ने भांडाफोड़ किया है। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि गिरोह का मुखिया अमित लखनपाल समेत पांच आरोपी फरार हैं। पुलिस का शुरूआती अनुमान है कि लोगों से 500 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी की गई है। मामले का खुलासा तब हुआ जब दिल्ली के किशन विहार इलाके में रहने वाले एक 40 वर्षीय व्यापारी प्रवीण अग्रवाल ने ठाणे पुलिस से मामले की शिकायत की। अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि लखनपाल ने उन्हें मनी ट्रेड क्वाइन (एमटीसी) नाम की क्रिप्टो करेंसी में पैसे लगाने को कहा। उसने अग्रवाल से वादा किया था कि कुछ ही महीनों में उन्हें कई गुना मुनाफा होगा। फ्लिनस्टोन नाम की कंपनी के जरिए आरोपी क्रिप्टो करेंसी बना रही थी।

निवेशकों से 500 करोड़ रुपए की ठगी की आशंका
आरोपी लखनपाल ने अग्रवाल का भरोसा जीतने के लिए खुद को भारत सरकार के वित्त मंत्रालय का अधिकृत प्रतिनिधी बताया। उसने यह साबित करने के लिए एक नकली पहचानपत्र भी बना रखा था। लोगों को प्रभावित करने के लिए लखनपाल ने अपने शानदार ऑफिस में फिल्मी सितारों से साथ अपनी तस्वीरें भी लगा रखीं थीं। अग्रवाल भी इससे प्रभावित हुआ और मुनाफे की लालच में करीब 50 करोड़ रुपए एमटीसी में लगाने के लिए लखनपाल के हवाले कर दिए।

निवेशकों को प्रभावित करने के लिए फोर्ब्स समेत कई मैग्जीन्स में छपे लखनपाल के इंटरव्यू भी लोगों को दिखाए जाते थे। आरोपी निवेशकों को कोई क्रिप्टो करेंसी नहीं देते थे और इसे बेचने का अधिकार अपने पास रखते थे। लोगों से बस यह कहा जाता था कि दाम बढ़ने पर उन्हें क्रिप्टो करेंसी बेंचकर पैसे दे दिए जाएंगे। करोड़ों रुपए लगाने के बावजूद जब अग्रवाल को एक भी पैसा वापस नहीं मिला तो उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की।

दो ऑफिसों में छापेमारी
पुलिस ने अग्रवाल की शिकायत के आधार पर फ्लिनस्टोन के ठाणे और मुंबई के विक्रोली इलाकों में स्थित ऑफिसों पर छापेमारी की। यहां से पुलिस ने 53 लैपटॉप, बड़े पैमाने पर फर्जी कागजात, सरकारी-गैरसरकारी मुहरें, दस्तावेज, फर्जी विजिटिंग कार्ड जब्त किए। पुलिस ने मामले में तहा हाफिज काजी (26) नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक काजी तकनीक में माहिर है। गिरोह में पैसे वसूलने और लेनदेन का काम देखने वाले शेलार नाम के एक शख्स की तलाश की जा रही है।

मामले में मुख्य आरोपी लखनपाल के फिलहाल दुबई में होने की जानकारी पुलिस को मिली है। अधिकारियों के मुताबिक उसका दुबई में भी ऑफिस है जहां से वह कामकाज संभालता है। जांच में खुलासा हुआ है कि लखनपाल ने कई फर्जी कंपनियां बना रखीं हैं। मामले में एपीआई स्तर के एक पुलिस अधिकारी का भी नाम सामने आ रहा है।

Created On :   5 Jun 2018 1:10 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story