मनपा भर्ती में फर्जीवाड़ा, एक के नाम पर दो-दो नियुक्ति की जांच

Fraud in Manpa recruitment, investigation of two appointments in the name of one
मनपा भर्ती में फर्जीवाड़ा, एक के नाम पर दो-दो नियुक्ति की जांच
मनपा भर्ती में फर्जीवाड़ा, एक के नाम पर दो-दो नियुक्ति की जांच

डिजिटल डेस्क, नागपुर।   मनपा स्वास्थ्य विभाग में बोगस नियुक्तियों का जिन्न फिर सामने आया है। कार्यालय से कर्मचारियों की नियुक्तियों का रिकार्ड गायब होने के मामले में जांच शुरू हो गई है। सदर पुलिस स्टेशन ने मनपा के तत्कालीन अधिकारियों को थाने मेें बुलाकर मामले में पूछताछ की है। दिलीप परिहार, महेश संसारे, महेश वैद्य समेत कुछ अधिकारियों से कर्मचारियों की नियुक्ति के दस्तावेज गायब होने के मामले में जानकारी ली गई है। महेश संसारे और महेश वैद्य ने पूछताछ की पुष्टि की है। अनेक बड़े अधिकारियों की धड़कनें इससे बढ़ गई हैं। जांच की आंच दूर तक जाने की बात कही जा रही है।

9 मामलों में पुख्ता दस्तावेज
मनपा में लाड पागे समिति की सिफारिश अनुसार सफाई कामगारों के वारिसों को नौकरी दी जाती है, लेकिन 1975 से 2004 के बीच करीब 811 प्रकरण ऐसे बताए जा रहे हैं, जिसमें किसी के नाम पर किसी और को नौकरी दी गई है। 9 मामले तो ऐसे हैं, जिनमें फर्जीवाड़ा होने के नाम सहित पुख्ता दस्तावेज होने की जानकारी है। आरोप है कि मनपा के तत्कालीन लिपिक, कर्मचारी और अधिकारियों की साठगांठ से सारा खेल हुआ। हालांकि कुछ निलंबित भी किए गए।

आरटीआई में हुआ यह खुलासा
महाराष्ट्र प्रदेश सफाई कामगार महासंघ के नागपुर संभाग प्रमुख किशोर समुंद्रे ने आरटीआई में मनपा प्रशासन से नियुक्ति के दस्तावेज मांगे थे। इसके अलावा 2008 से 2018 तक जिन कर्मचारी-अधिकारी ने संबंधित लाड पागे समिति नियुक्ति के टेबल पर काम किया था, उनकी भी जानकारी मांगी थी, लेकिन आरटीआई में मनपा ने संबंधित नियुक्ति के दस्तावेज उपलब्ध नहीं होने का खुलासा किया था। इसके बाद समुंद्रे ने राज्य सूचना आयोग में अपील दायर की थी। 

सूचना विभाग ने लिया था एक्शन
राज्य सूचना आयोग के तत्कालीन आयुक्त दिलीप धारूरकर ने 25 जुलाई 2018 को आदेश जारी कर स्वास्थ्य विभाग से गायब रिकार्ड मामले में मनपा प्रशासन और सदर पुलिस स्टेशन को गहन जांच कर संबंधितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे। इस अनुसार सदर पुलिस स्टेशन में शिकायत की थी। 2018 में की गई शिकायत में फिर से हलचलें शुरू की गई हैं।  फिलहाल कुछ अधिकारी और कर्मचारियों के मामले में सीधी लिप्तता के आरोप लग रहे हैं। कई लोगों की नौकरियों पर भी गाज गिरने की संभावना है। 

Created On :   14 Dec 2020 10:18 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story