यूनिवर्सिटी में नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी,नियुक्ति पत्र भी दिया

Fraud in the name of job in university, also gave appointment letter
यूनिवर्सिटी में नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी,नियुक्ति पत्र भी दिया
यूनिवर्सिटी में नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी,नियुक्ति पत्र भी दिया

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय में नियुक्ति के नाम पर उम्मीदवारों से कथित धोखाधड़ी का प्रकरण सामने आया है। इन दिनों एक नियुक्ति पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें उम्मीदवार को 20,500 रुपए प्रतिमाह के वेतन पर अमरावती रोड स्थित जमनालाल बजाज प्रशासकीय परिसर में क्लर्क की नियुक्ति देने का दावा किया जा रहा है। इस नियुक्ति पत्र के लिए नागपुर यूनिवर्सिटी के लेटरहेड, सहायक कुलसचिव की सील और परीक्षा नियंत्रक के हस्ताक्षर का उपयोग किया गया  है, जो संदेहास्पद मालूम हो रहा है। परीक्षा नियंत्रक डॉ.साबले ने कहा है कि यह हस्ताक्षर उनके नहीं हैं, यह पत्र भी जाली है। 

ऐसा है नियुक्ति पत्र
इस नियुक्ति पत्र में उल्लेख है कि इसकी प्रतिलिपि कुलगुरु डॉ.सुभाष चौधरी को भेजी गई है। साथ ही उम्मीदवार को क्लर्क पद पर नियुक्ति देकर 9 से 13 नवंबर के बीच नौकरी ज्वाइन करने को कहा गया है। यह भी लिखा गया है कि विवि ने इस पद के लिए 13 से 14 अक्टूबर के बीच आवेदन मंगाए थे। चयनित उम्मीदवार को 20,500 रुपए का मासिक वेतन दिया जाएगा और एक वर्ष की सेवा पूर्ण करने पर 36 हजार रुपए वेतन देने का वादा किया गया है। उल्लेखनीय है कि नागपुर विश्वविद्यालय में बीते कई वर्षों से पदभर्ती प्रक्रिया बंद है। नियुक्ति संबंधी प्रस्ताव सरकारी स्तर पर लंबित पड़ा है। विवि ने इस अवधि में किसी भी नियुक्ति प्रक्रिया के आयोजन से इनकार किया है। 

अंदरूनी मिलीभगत की आशंका 
नागपुर विवि में इसके पूर्व भी कई कलंकित करने वाले प्रकरण हो चुके हैं, जिसमें विवि के अंदर के ही किसी व्यक्ति की जालसाजों के साथ मिलीभगत सामने आई है। इस पत्र में जिस बारीकी से विवि के लेटरहेड, सील व अधिकारियों के हस्ताक्षर का उपयोग किया गया है और जिस प्रारूप में यह पत्र तैयार किया गया है, इससे यह संदेह भी उठ रहा है कि यह पत्र ऐसे किसी व्यक्ति ने तैयार किया है, जिसे विवि के प्रशासनिक पत्र व्यवहार की बारीकी से जानकारी हो। 

यह यूनिवर्सिटी ने जारी नहीं किया 
यह पत्र पूरी तरह से फर्जी है। यह विवि ने जारी नहीं किया है। पिछले सप्ताह भी इस तरह का मामला हमारे संज्ञान में आया था। यह असामाजिक तत्वों की करतूत है। शुक्रवार को मामले की शिकायत हम साइबर सेल में करने जा रहे हैं। 
-डॉ. सुभाष चौधरी, कुलगुरु, नागपुर विवि.
 

Created On :   6 Nov 2020 4:33 AM GMT

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