2 करोड़ 59 लाख की धोखाधड़ी, आरोपी भाइयों का सुराग तक नहीं लगा पाई पुलिस 

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 2 करोड़ 59 लाख की धोखाधड़ी, आरोपी भाइयों का सुराग तक नहीं लगा पाई पुलिस 
 2 करोड़ 59 लाख की धोखाधड़ी, आरोपी भाइयों का सुराग तक नहीं लगा पाई पुलिस 

डिजिटल डेस्क, सतना। एक तरफ यहां की सिविल लाइन पुलिस जहां 2 करोड़ 59 लाख 75 हजार के फ्रॉड के एक गंभीर में आरोपी 2 सगे भाइयों का सुराग तक नहीं लगा पाई है। वहीं दूसरी ओर मैहर के कटरा निवासी इन्हीं दीपक अग्रवाल और दिलीप अग्रवाल पिता जगदीश के खिलाफ लेनदेन में  आर्थिक धोखाधड़ी के 5 और मामले सामने आए हैं। लगभग 73 लाख के चेक बाउंस से जुड़े ये सभी मामले मैहर में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी की कोर्ट में विचाराधीन हैं।

कोर्ट ने आरोपियों के खिलाफ जमानती वारंट भी जारी कर रखे हैं। ये वही दोनों शख्स हैं, जिनके खिलाफ प्रभात विहार कालोनी निवासी संजय अग्रवाल की प्रामाणिक शिकायतों के आधार पर 22 जुलाई को सिविल लाइन पुलिस ने आईपीसी के सेक्सन 420,467,468,470 और 34 के तहत अपराध दर्ज करते हुए जांच शुरु की थी। गजब तो ये है कि एक ओर जहां आर्थिक धोखाधड़ी का पर्याय बन चुके आरोपी दीपक अग्रवाल और दिलीप अग्रवाल सरेआम घूम रहे हैं, वहीं राजनैतिक दबाव के चलते गिरफ्तारी के सवाल पर पुलिस के हाथ पांव ढीले हैं।

ये हैं कुछ और कारनामे---

*  केस नंबर- 1 : ठेके में भागीदार बना कर ठगी
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मैहर के कटरा निवासी दीपक अग्रवाल और उसके भाई दिलीप अग्रवाल ने वर्ष 2017 में शारदा प्रबंध समिति मैहर में यात्री निवास क्रमांक-2 का ठेका लेने की आड़ में मैहर के ही पुरानी बस्ती निवासी सुमित पांडेय पिता महेशराज पांडेय को 50 प्रतिशत का भागीदार बनाने का झांसा देकर 30 लाख रुपए प्राप्त कर लिए। लेनदेन की बाकायदा लिखा पढ़ी भी कराई गई। अनुबंध की शर्त के अनुसार दीपक और दिलीप ने हर माह लाभ का हिस्सा देना भी तय किया,मगर जब लाभ का हिस्सा नहीं देने पर सुमित पांडेय ने आपत्ति की तो दोनों भाइयों ने सुमित को 19-19 लाख के 2 चेक दे दिए। पहला चेक 21 नंवबर 2017 और 19 लाख का ही दूसरा चेक 1 नवंबर 2017 को बाउंस हो गया। ये मामला अब चेक अनादरण अधिनियम की धारा-138 के तहत न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी मैहर (केस नंबर 12/18) की कोर्ट में विचाराधीन है।

 *  केस नंबर-2 : जमीन खरीद कर  दी 25 लाख की चोंट 
आर्थिक धोखाधड़ी का ये खेल यहीं खत्म नहीं होता है। 25 लाख के चेक बांउस मामले में दीपक अग्रवाल के खिलाफ  न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी मैहर की ही कोर्ट में विचाराधीन एक और मामले  (केस नंबर 24/18) के अनुसार आरोपी दीपक अग्रवाल ने मैहर के जीतनगर निवासी  राजीव कुमार पिता कृष्णकुमार सिंह से जीतनगर स्थित  0.232 हेक्टेयर जमीन (आराजी नंबर 124/1/ख/1 और 125/1/ख/1) खरीदी। इस एवज में दीपक अग्रवाल ने भूमि स्वामी राजीव कुमार सिंह को  25 लाख का चेक दिया था। ये चेक भी अंतत: 18 दिसंबर 2017 को बाउंस हो गया।

 *  केस नंबर-3 :  उधारी की आड़ में भी 10 लाख का छल 

किसी को  कारोबार में भागीदार बनाने तो किसी से जमीन खरीद कर ठगने के इन कारनामों के साथ ही अपने ही कारीबियों को ठगने के लिए आरोपी दीपक अग्रवाल ने उधारी की भी आड़ ली। मैहर निवासी आशीष गुप्ता पिता पंचम लाल से दीपक अग्रवाल ने 4 लाख 50 हजार रुपए उधार लेकर 2 चेक दिए। ये दोनों चेक भी बाउंस हो गए। इसी तरह आरोपी दीपक अग्रवाल ने मैहर के कटरा बाजार निवासी 61 वर्षीय रमेश चंद्र जैन पिता पूरन चंद्र से भी उधारी का वास्ता देकर 5 लाख 51 हजार की नकदी प्राप्त की और बदले में दो चेक दिए। ये दोनों चेक भी बाउंस हो गए। आरोपी दीपक अग्रवाल के खिलाफ चेक अनादरण की धारा-138 के तहत मामले न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी मैहर की कोर्ट में विचाराधीन हैं।

इनका कहना है -
आरोपी दीपक अग्रवाल और उसके भाई दिलीप की तलाश गंभीरता के साथ कराई जा रही है। सुराग मिलते ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। धोखाधड़ी के आरोपियों के लिए पुलिस पर कोई प्रेशर नहीं है। 
- संतोष सिंह गौर,एसपी 

Created On :   29 July 2018 10:46 AM GMT

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