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454 करोड़ की निधि मंजूर फिर भी कछुआ गति से चल रहा खंडवा रेल लाइन का काम

डिजिटल डेस्क,अमरावती। दक्षिण और उत्तर क्षेत्र की दूरी को कम करने तथा जिले में भारतीय रेल नेटवर्क का विस्तार करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा अकोला व अमरावती से होते हुए मेलघाट के दर्शनीय क्षेत्रों से गुजरनेवाली खंडवा रेललाइन निर्माण के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 454 करोड़ रुपए आवंटित किए। इसके बावजूद इस महत्वाकांक्षी रेल रूट का काम कछुआ गति से चल रहा है। योजना के तहत मेलघाट से होकर गुजरनेवाली नैरोगेज खंडवा रेल लाइन को ब्रॉडगेज में तब्दील किया जाना है। यह रेलवे लाइन करीब 39.48 किमी तक मेलघाट के घने जंगलों से होकर गुजरनेवाली है।
केंद्र सरकार ने 21.22 के बजट में इस योजना के लिए 369 करोड़ रुपए मंजूर किए थे। जबकि गत वर्ष जून में 85 करोड़ रुपए की अतिरिक्त निधि उपलब्ध कराई गई थी। यह रेल मार्ग तीन चरणों में तैयार किया जा रहा है। लेकिन अब तक पहला चरण ही पूरा नहीं हुआ। योजना की शुरुआत में इसकी कुल लागत 440 करोड़ रुपए आंकी गई थी। जबकि मौजूदा लागत 1400 करोड़ रुपए से अधिक हो चुकी है। योजना पूरी होने पर मुंबई और इंदौर की दूरी 70 किमी तक कम हो जाएगी। जबकि उत्तर और दक्षिण की दूरी भी 170 किमी तक कम होने की बात कही जा रही है। यह रेलवे रूट जिले के अति बहुल क्षेत्र से होकर गुजर रहा है। इस रेलवे मार्ग पर मेलघाट में एक स्टेशन भी प्रस्तावित है। जिससे पर्यटकों के लिए काफी सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अलावा दक्षिण और उत्तर भारत के पर्यटक रेलमार्ग के माध्यम से सीधे पर्यटन नगरी से जुड़ सकेंगे।
इस मार्ग की विशेषताएं : मेलघाट क्षेत्र में बिछाई जा रही है लगभग 39 किमी लंबी रेललाइन के कारण वन्य प्राणियों को समस्या निर्माण हो इसका ध्यान रखते हुए 9 लेयर सुरक्षा प्रणाली अपनाई जा रही है। साथ ही बाघों के बफर जोन से होकर गुजरनेवाली रेल लाइन मंे वन्य प्राणियों के लिए कॉरिडोर बनाए जाएंगे। जिससे कि वन्यजीवों को आवाजाही में कोई दिक्कत निर्माण न हो।
रोजगार की सुधरेगी स्थिति : मेलघाट जैसे बहुल क्षेत्रों में बाघों की आवाजाही बढ़ने तथा ट्रेनों के स्टॉपेज के कारण इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
दिल्ली से मुंबई की ओर जानेवाली ट्रेनों का बदलेगा मार्ग : इस खंडवा रेललाइन का काम पूरा होने से मेलघाट में ट्रेनों की आवाजाही बढ़ जाएगी। इसी लाइन पर दिल्ली से मुंबई की ओर चलनेवाली कई ट्रेनों के रूट निर्धारित किए जाने का लक्ष्य भी रखा गया है। साथ ही दक्षिण से नागपुर होते हुए उत्तर की ओर जानेवाली ट्रेनें भी इस मार्ग पर संचालित होंगी। जिसका लाभ धारणी और चिखलदरा तहसील के लोगों को मिलेगा।
मेलघाट में बनेंगे चार टनल : वन्य प्राणियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे द्वारा मेलघाट क्षेत्र में चार भूमिगत टनल बनाए जाने का काम शुरू किया जा रहा है। इनमें से दो टनल करीब डेढ़ किमी तक लंबी बताई गई है।
Created On :   17 March 2022 3:32 PM IST