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खतरें में भविष्य, नदी पार कर स्कूल जाने को मजबूर बच्चे

डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। वार्ड नंबर 35 मटकुली क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अबतक मूलभूत सुविधाओं का लाभ नहीं मिला है। स्कूल जाने के लिए बच्चे भी जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हैं। किसी भी काम को करने के लिए वार्ड में रहने वाले लोगों को नदी पार करना पड़ता है।
दरअसल वार्ड दो हिस्सों में बटा है। जिसके बीच बहने वाली बोदरी नदी में पुल नहीं है। नदी के एक ओर 18 घरों की बस्ती है, जिसमें रहने वाले लोगों को हर दिन नदी पार करके जैसे-तैसे आना-जाना पड़ता है। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को होती है, जो रोज मुश्किल से नदी पार करते हैं। बच्चे पानी के बीच सिर पर बस्ता रखकर, साइकिल हाथों से उठाकर जैसे-तैसे नदी पार करते हैं।
इस मामले में पिछले ढाई साल में वार्डवासियों ने दर्जनों बार समस्या का ज्ञापन निगम को सौंपा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। नदी की चौड़ाई ज्यादा होने के कारण पुल बनाने के लिए निगम ने हाथ खड़े कर दिए। बस्ती में पहुंचने के लिए मुख्य मार्ग नहीं है, जिसके कारण खेतों के बीच से होकर जाना पड़ता है। स्ट्रीट लाइट नहीं होने के कारण स्कूल या कामकाज से लौटने वाले लोग अब भी टॉर्च का सहारा लेकर घर तक पहुंचते हैं।
स्थानीय निवासी कैलाश का कहना है कि नदी पार करने के दौरान कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी है। हमें नगर निगम में तो शामिल कर दिया लेकिन सुविधाएं नहीं दी। वहीं नगरपालिका निगम आयुक्त इच्छित गढ़पाले का कहना है कि नगरपालिक निगम क्षेत्र में बच्चों को होने वाली परेशानी की जानकारी है। पुल बनाने में ज्यादा राशि का खर्च है। इसके लिए वैकल्पिक रास्ता तैयार किया जा रहा है।
हो चुकी हैं कई घटनाएं
नदी पार करने के दौरान कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी है। प्राथमिक शाला के विद्यार्थी कई बार नदी पार करते वक्त गिर चुके है। ऐसे में तेज बारिश होते ही स्कूल की छुट्टी कर दी जाती है। यदि शहरी क्षेत्र में तेज बारिश हो जाए तो नदी में पुर की स्थिति बन जाती है और तेज बहाव और ज्यादा पानी होने के कारण नदी पार करने में परेशानी होती है।पुल नहीं होने के कारण नदी पार करके आना-जाना पड़ता है।
Created On :   12 July 2017 9:12 AM IST