चार फीट से ऊंची न हो गणेश मुर्ति,गृह विभाग ने जारी किए दिशा निर्देश 

Ganesh Murti should not be more than four feet, Home Department issued guidelines
चार फीट से ऊंची न हो गणेश मुर्ति,गृह विभाग ने जारी किए दिशा निर्देश 
चार फीट से ऊंची न हो गणेश मुर्ति,गृह विभाग ने जारी किए दिशा निर्देश 

डिजिटल डेस्क,मुंबई । राज्य सरकार ने इस बार सार्वजनिक गणेशोत्सव सादगीपूर्ण ढंग से मनाने को लेकर दिशा निर्देश जारी किए हैं। राज्य के गृहविभाग की ओर से जारी किए गए निर्देशों के मुताबिक सार्वजनिक पंडालों में विराजित की जानेवाली भगवान गणेश की मूर्ति चार फुट से ऊंची न हो। जबकि घरों में विराजित की जानेवाली मूर्ति की ऊंचाई दो फुट से अधिक न हो। मुर्तियां मिट्टी की बनी हो और पर्यावरणस्नेही हो इसका ध्यान रखा जाए। संभव हो तो धातु व संगमरमर की प्रतिमा की पूजा करें । मूर्ति का विसर्जन घर में ही किया जाए नहीं तो नजदीकी कृत्रिम तालाब में मूर्ति का विसर्जन किया जाए।

सभी सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल महानगपालिका व स्थानीय प्रशासन से पंडाल के निर्माण को लेकर जरूरी अनुमति ले। लोगों से चंदे के रुप में स्वेच्छा से दी जानेवाली राशि ही ली जाए। भगवान गणेश की प्रतिमा के दर्शन की व्यवस्था ऑनलाइन जैसे वेबसाइट,फ़ेसबुक व लोकल केबल नेटवर्क पर की जाए। पंडाल में सामाजिक,स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति जागरूकता फ़ैलाने वाले संदेश लगाए जाए। कोरोना, डेंगू, व मलेरिया से बचने के उपाय भी लोगों को बताए जा।  दिशा निर्देशों के मुताबिक गणेशोत्सव के दौरान संस्कृति कार्यक्रम की बजाय रक्तदान शिविर आयोजन को प्राथमिकता दी जाए। आरती, भजन व कीर्तन के दौरान भीड़ न जमा हो इसका ध्यान रखा जाए। ध्वनि प्रदूषण से जुड़े सभी नियमों का पालन किया जाए। 

आगमन व विसर्जन के दिन स्नेह मिलन समारोह न हो 
पंडाल में आने वाले लोग मास्क पहने, उनकी स्क्रिनिंग हो व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। इस पर भी नजर रखी जाए। पंडाल का सैनिटाईजेशन किया जाए। विसर्जनस्थल पर की जानेवाली आरती घर में ही की जाए। विसर्जन स्थल पर बूढ़े व बच्चे न जाए। गैर सरकारी संस्थाओं, मंडलो व लोकप्रतिनिधियो की मदद से कृत्रिम तालाब का निर्माण किया जाए। इसके अलावा कोरोना के संक्रमण को रोकने को लेकर सरकार के विभिन्न महकमों की ओर से जारी किए गए निर्देशों का पालन किया जाए। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के सबसे बड़े उत्सव गणेशोत्सव पर इस पर कोरोना संकट का साया है। आगामी 22 अगस्त से शुरु होने वाले गणेशोत्सव से पहले ही लाला का राजा सहित कई प्रमुख गणेश मंडलों ने इस वर्ष आयोजन करने का एलान किया है। 

Created On :   11 July 2020 1:56 PM GMT

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