काकड़ आरती से बनोसा में बह रही भक्ति की गंगा

Ganga of devotion flowing in Banosa from Kakad Aarti
काकड़ आरती से बनोसा में बह रही भक्ति की गंगा
परंपरा काकड़ आरती से बनोसा में बह रही भक्ति की गंगा

डिजिटल डेस्क, अमरावती । नगर परिषद क्षेत्र के बनोसा अंतर्गत गांधीनगर में प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी कार्तिक मास पर काकड़ आरती शुरू है। श्रद्धालुओं ने मंगलवार को सुबह 5 बजे बनोसा परिसर के विविध धार्मिक स्थलों पर पहुंचकर पूजन किया। काकड़ आरती की शुरुआत अकोट रोड स्थित हनुमान मंदिर से हुई। इसके पश्चात गजानन महाराज मंदिर आठवडी बाजार, शनि महाराज मंदिर, राम मंदिर पाटील पुरा, बालाजी मंदिर पाटीलपुरा, मेलेश्वर महादेव मंदिर, मंगल बाबा मंदिर गांधीनगर मार्ग से श्रद्धालु पुन: हनुमान मंदिर पहुंचे। बनोसा में 56 वर्षों से काकड़ आरती की परंपरा जारी है।

जानकारी के अनुसार 56 साल पूर्व 1965 में दर्यापुर नप के सेवानिवृत्त शिक्षक स्व.श्रीकृष्णराव होले गुरुजी ने काकड़ आरती की शुरुआत की थी। उनके निधन के बाद आज भी धार्मिक कार्यक्रम की परंपरा को तीसरी पीढ़ी ने भी कायम रखा है। बनोसा वासी काकड़  आरती में शामिल होकर इस कार्यक्रम को सफल बना रहे हैं। सुबह के समय विविध भजनों की सुमधुर वाणी से पूरे परिसर में भक्ति की गंगा बह रही है। काकड़ आरती उपक्रम चलाने के लिए विनोद थेटे, प्रल्हाद पारडे, रघुनाथ विल्हेकर, नंदकिशोर विल्हेकर, रवींद्र संगोले, हेमंत होले, किशोर वाघलकर,एड.दिलीप अग्रवाल, तुलसीराम टेकाडे, धनेश महाराज ढोके, रामेश्वर मेहेर, प्रफुल ढोबले, गजाभाऊ उगले, ज्ञानेश्वर कराले, सुरेंद्र विल्हेकर, मंगेश पतिंगे, राजू सोलंके, दीपक गावंडे, विष्णु राऊत, ईश्वर पारडे, संजय मालिये, पवन निमावत, दिव्यांक होले प्रयास कर रहे हंै।

Created On :   9 Nov 2021 8:22 PM IST

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