जिला अस्पताल में दर्द से तड़पती रही प्रसूता, 8000 रू. लेने के बाद भी नहीं की मदद!

Getting pregnant with pain in district hospital, Not found help
जिला अस्पताल में दर्द से तड़पती रही प्रसूता, 8000 रू. लेने के बाद भी नहीं की मदद!
जिला अस्पताल में दर्द से तड़पती रही प्रसूता, 8000 रू. लेने के बाद भी नहीं की मदद!

डिजिटल डेस्क, सिंगरौली (वैढन)। रविवार की देर शाम जिला अस्पताल में एक प्रसूता दर्द से कराहती पड़ी रही वहां मौजूद लोग उसकी हालत देखकर काफी सहमे हुये थे और सभी इस संशय में थे कि आखिर इसका इलाज क्यों नहीं किया जा रहा? प्रसूता की हालत इतनी गंभीर थी कि वह ढंग से हिल तक नहीं पा रही थी। मौके पर मौजूद प्रसूता के परिजनों द्वारा आरोप लगाया जा रहा था कि वह प्रसूता पूनम को शनिवार को नेहरू अस्पताल डिलेवरी के लिये ले गये थे। जहां डिलेवरी नहीं की गई।

नेहरू अस्पताल में एक एम्बुलेंस वाला उन्हें वैढन जिला अस्पताल ले आया और बोला कि यहां वह अच्छे से डिलेवरी करवा देगा। इसके लिये 8000 रूपए लगेंगे। फिर जिला अस्पताल पहुंचने पर यहां एक लाल रंग की कार में एक व्यक्ति मिला, जो खुद को डॉक्टर बता रहा था और उसने 8000  रूपए ले लिया। इस बीच एम्बुलेंस वाले ने अपना फोन नंबर भी देकर कहा था कि वह अगले दिन रविवार को मिलेगा। लेकिन अब न तो उसका फोन लग रहा है और न ही यहां के डॉक्टर डिलेवरी कर रहे हैं। 

परिजन परेशान
इसी बात को लेकर प्रसूता के परिजन काफी परेशान थे और उन्होंने डॉयल 100 में भी इसकी सूचना देकर मदद मांगी। लेकिन कोई खास फर्क नहीं पड़ा और इस दौरान प्रसूता पूनम साकेत पति राजू साकेत निवासी कर्सुआलाल अस्पताल के आंगन में पड़ी तड़पती रही। हालांकि तमाम कोशिश के बाद जब कोई सहायता नहीं मिली तो मजबूर परिजन प्रसूता को लेकर वहां से चले गये। 

इनका कहना है
प्रसूता की डिलेवरी करना आसान नहीं। संभवत:उसके पेट में बच्चे की मौत भी हो गई होगी। इसलिये इन गंभीर स्थितियों को देखते हुये उसे हायर सेंटर के लिये रेफर किया गया। लेकिन वह हायर सेंटर ले जाने में देरी कर रहे हैं। जबकि उन्हें एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराई गई है। 
- डॉ. यूके सिंह, ड्यूटी चिकित्सक जिला अस्पताल वैढऩ
 

Created On :   15 July 2019 11:33 AM GMT

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