धर्म की स्थापना एवं अधर्म के नाश के लिए भगवान लेते है अवतार: पंडित कृष्ण चैतन्य 

God incarnates for the establishment of Dharma and destruction of unrighteousness
धर्म की स्थापना एवं अधर्म के नाश के लिए भगवान लेते है अवतार: पंडित कृष्ण चैतन्य 
पवई धर्म की स्थापना एवं अधर्म के नाश के लिए भगवान लेते है अवतार: पंडित कृष्ण चैतन्य 

डिजिटल डेस्क पवई नि.प्र.। माँ कलेही की पावन नगरी पवई में लक्ष्मी नारायण मंदिर बागरन टोला के पास सन्यासी आश्रम श्री लक्ष्मी वाटिका में नगायच परिवार द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीमदभागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। कथा के कथावाचक पंडित कृष्ण चेतन्य महाराज चित्रकूट धाम है। जिनके मुखारविंद से 01 दिसम्बर से 08 दिसम्बर तक श्रीमदभागवत कथा के विभिन्न प्रसंगों का संगीतमय वर्णन सुनाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत 04 दिसम्बर रविवार को जड भरत चरित्र नाम महिमा, भरत प्रहलाद चरित्र, समुद्र मंथन एवं श्री कृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग श्रोताओं को श्रवण कराया गया। कथा वाचक द्वारा श्री कृष्ण जन्मोत्सव का बडा ही मनोरम वर्णन सुनाया गया। उन्होंने बताया की जब-जब पृथ्वी पर अधर्म, अन्याय व अत्याचार बढता है तब-तब भगवान् धर्म की स्थापना के लिए अवतरित होते हैं। कथा पंडाल में जैसे ही भगवान का जन्म हुआ वैसे ही जय कन्हैया लाल के उद्घोष से  कथा पंडाल गुंजायमान हो उठा। महिलाओं द्वारा बधाई गीत गाये एवं गुड के लड्डुओं का प्रसाद वितरित किया गया। कथा श्रोता श्रीमति लक्ष्मी बाई नगायच एवं हिमांशु नगायच तथा धार्मिक कार्यक्रम की व्यवस्थाओं में राजेश नगायच, एडवोकेट अरुण नगायच, पार्षद प्रमोद नगायच सहित नगायच परिवार लगा हुआ है। आयोजक परिवार के सदस्यों द्वारा नगर की समस्त धर्मप्रेमी जनता से कथा श्रवण कर धर्मलाभ उठाने की अपील की है।

Created On :   5 Dec 2022 5:27 PM IST

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