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अच्छे दिन तो अटल, श्यामा प्रसाद जैसों के बलिदान के कारण आए : गडकरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। देश व भाजपा की राजनीति में अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान का स्मरण कराते हुए भूतल परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने कहा है कि संगठन मामले में भी लाेकतांत्रिक व्यवस्था का पालन करते रहना आवश्यक है। भाजपा के अच्छे दिन जो आए हैं वे केवल हमारे कार्यों के कारण नहीं हैं, अटल बिहारी वाजपेयी व श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे नेताओं के संगठनात्मक बलिदान के कारण यह दिन आए हैं। 21वीं सदी में देश को वाजपेयी जी के सपनों के अनुरूप विकसित करना है। बड़ा दिल रखने से अटलजी का सपना पूरा होगा।
शहर भाजपा की ओर से सुरेश भट सभागृह में आयोजित अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि कार्यक्रम में गडकरी बोल रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री देेवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वाजपेयी जी का व्यक्तित्व अग्नि व अभिमान का प्रेरक है। सामान्य कार्यकर्ताओं के लिए ऊर्जा प्रदायक है। पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले समेत भाजपा के सांसद, विधायक व अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे।
पंचों का मत मानते थे
वाजपेयी के संगठन कार्यों का संस्मरण सुनाते हुए गडकरी ने कहा कि अटलजी ने संगठनात्मक लोकतंत्र का पालन करने के लिए कई बार मर्जी के विपरीत निर्णयों पर भी जहर का घूंट पीते रहने की भूमिका अपनाई। अटलजी की किसी भी बात का पार्टी में विरोध नहीं हो सकता था, लेकिन वे अपनी मर्जी के विपरीत निर्णयों पर भी सहमति देते रहे। अपना मत सुनाकर कहते थे कि जो पंचों का मत होगा, उसी के साथ वे होंगे। भाजपा किसी की मर्जी से नहीं चलती है। आज भी भाजपा में केवल नरेंद्र मोदी, अमित शाह या मेरी मर्जी से निर्णय नहीं लिए जाते हैं। कार्यकर्ताओं को संगठन में सबसे महत्वपूर्ण मानते हुए गडकरी ने कहा कि सभी को अटलजी के आदर्श का अनुसरण करना चाहिए।
अटलजी के राजनीतिक आदर्श में 3 बातें
अटलजी के राजनीतिक आदर्श में जो 3 बातें हैं, उनमें लोकतांत्रिक मूल्याें के पालन के साथ ही सर्व धर्म समभाव, सोशियो इकोनामी के विचार का समावेश है। धर्मांधता, सांप्रदायिकता, जातिवाद को समाप्त करना होगा। अटलजी ने उन लोगों को भी सम्मान दिया, जिनसे उन्हें तकलीफ मिली थी। इंदिरा गांधी ने मीसा के तहत जेल भिजवाया था, लेकिन अटलजी का व्यवहार इंदिराजी के साथ सम्मानजनक ही रहा। दूसरों की राय का वे काफी सम्मान करते थे। िवचारों की लड़ाई विचारों से ही लड़ते रहे। भाजपा का अध्यक्ष बनने पर मैंने अपने कक्ष में अटलजी का संदेश लगाया था- छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता। बड़े दिल से काम करके ही सही मायने में अटलजी को श्रद्धांजलि दी जा सकती है।
Created On :   26 Aug 2018 4:49 PM IST