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गुडमॉर्निंग टीम का विरोध, लोग अब भी कर रहे खुले में शौच

डिजिटल डेस्क, नागपुर। खुले में शौच करने से रोकने के लिए बनाई गई गुडमॉर्निंग टीम को इन दिनों लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल जब ये टीम खुले में शौच कर रहे लोगों पर कार्रवाई करने के लिए चालान काटने जाती हैं, तो वहां मौजूद लोग यां तो गाली-गलौच करने लगते हैं या फिर हाथों में पत्थर उठा कर टीम को डराते-धमकाते हैं। ऐसे में अब ये टीम इन लोगों से डरने लगी है कार्रवाई करने से कतरा रही है। बता दें कि ‘स्वच्छ भारत’ मिशन के अंतर्गत देशभर में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए ये गुडमॉर्निंग टीम बनाई गई है।
केस-1 आसीनगर जोन
स्थान- पंचवटी नगर के समीप का मैदान।
घटना- सुबह 8 के आसपास मनपा की गुडमॉर्निंग टीम पहुंची। वहां पहुंचते ही चार-पांच लोग खुले में शौच करते दिखायी दिए। टीम में शामिल दो कर्मचारी वहां तक गए। उन्होंने लोगों को खुले में शौच करने से मना किया। चालान काटने की भी धमकी दी लेकिन मैदान में बैठे लोगों पर इसका असर नहीं हुआ। अपनी क्रिया निपटाने के बाद दो लोग कर्मचारियों के साथ उलझ गए। विवाद हुआ, गाली-गलौज हुई। वहां धीरे-धीरे लोगों की भीड़ बढ़ने लगी। कर्मचारियों ने जिद छोड़ वहां से खिसकना ही बेहतर समझा। अधिक समय तक रुकने पर वहां कर्मचारियों के साथ मारपीट हो सकती थी।
केस-2 सतरंजीपुरा जोन
स्थान- इतवारी रेलवे स्टेशन के समीप पटरी से सटी खुली जमीन।
घटना- सुबह 8.30 से 9 बजे के बीच सतरंजीपुरा जोन की गुडमॉर्निंग टीम इतवारी रेलवे स्टेशन परिसर के आसपास की खुली जमीन पर लोगों को खुले में शौच करने से रोकने के लिए निकली। टीम को वहां दो लोग खुली जमीन पर शौच के लिए बैठे दिखाई दिए। ये लोग टीम के लोगों के चेहरे पहचानते थे। टीम ने इन्हें पहले भी रोका था लेकिन ये लोग मानते नहीं। उस दिन टीम ने जैसे ही उनकी ओर कदम बढ़ाया तो इनमें से एक ने कर्मचारियों की ओर पत्थर उछाला। पत्थर फेंकते हुए उन लोगों ने कर्मचारियों को गाली दी। साथ ही कहा कि दोबारा इधर भटकेंगे तो हाथ-पैर टूटेंगे। कर्मचारी डर गए और वहां से निकल गए।
केस-3 लकड़गंज जोन
स्थान- भरतवाड़ा पवनगांव रोड ईंटभट्टी मैदान।
घटना- यहां गुडमॉर्निंग टीम भटकती नहीं है। कुछ समय पहले ईंटभट्टी मैदान में टीम के दो कर्मचारी लोगों को गंदगी, कचरा, खुले में शौच करने से रोक रहे थे। इस दौरान उन्हें तीन लोग खुले में शौच करते दिखाई दिए। दोनों कर्मचारी उनके पास पहुंचे। उनकी क्रिया निपटने के बाद उन्हें दोबारा ऐसा न कर सार्वजनिक शौचालय में जाने की सलाह दी। उन लोगों ने कहा कि हमारी तो खुले में ही उतरती है। कर्मचारियों ने इसके प्रति उत्तर में स्वच्छ भारत मिशन का दुहाई दी, लेकिन उन्होंने कहा कि मिशन अपने घर में रखो। हम तो मैदान में ही करेंगे। इसके बाद कर्मचारियों ने इस काम में दिलचस्पी लेना कम कर दिया है।
इनकी तो मैदान में ही उतरती है...
खुले में शौचमुक्त शहर बनाने के लिए मनपा ने दस जोन में दस टीम बनायी है। हरेक टीम में दो कर्मचारियों को लगाया गया है। टीम का काम है कि वह अपने जोन अंतर्गत हर दिन अलग-अलग क्षेत्र का दौरा करना। इस दौरान उन्हें खुले में शौच करते कोई दिखायी देता है तो उन्हें सार्वजनिक शौचालय में जाने के लिए प्रेरित करना है। स्वच्छता का पाठ पढ़ाना आदि काम करना पड़ता है लेकिन यह काम करना टीम के लिए भारी पड़ रहा है। टीम में शामिल कर्मचारियों की आपबीती सुनने के बाद लगता है कि शहर को खुले में शौचमुक्त करना आसान नहीं है।
दहशत में रहते हैं टीम के कर्मचारी
कर्मचारियों की आपबीती से पता चलता है कि खुले में शौचमुक्त अभियान के लिए बनी टीम स्वयं दहशत में रहती है। इसके पीछे कई कारण हैं। कर्मचारियों की मानें तो शुरू में तो लाेग उनकी बातें मान लेते थे। लोगों को लगता था कि उनकी बात न मानने पर वे नये झमेले में पड़ सकते हैं, लेकिन बार-बार जाने से लोगों ने उनके चेहरे पहचान लिए हैं। इसलिए अधिकतर स्थानाें पर भाऊ-दादा की तर्ज पर बात कर लोग अपना काम मैदान में ही निपटा लेते हैं। वहीं कुछ क्षेत्र के लोग उन्हें देखते ही जोर-जोर से गाली-गलौज करते हैं। यहां तक कहते हंै कि इधर भटकना मत, वर्ना…। पूर्व नागपुर के भरतवाड़ा क्षेत्र में तो लोग टीम के दिखायी देने पर पत्थरबाजी करते हैं। कई बार मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। कुल मिलाकर गुडमॉर्निंग टीम दहशत में काम कर रही है। इस कारण शहर को खुले में शौचमुक्त कर पाना मुश्किल लगता है।
Created On :   20 Jan 2019 7:15 PM IST