फायर ब्रिगेड अमला घर पर सोता रहा , धू - धू कर जलता रहा बाजार

Goods of lakhs of Rupees was burnt down after the heavy fire in the vegetable market
फायर ब्रिगेड अमला घर पर सोता रहा , धू - धू कर जलता रहा बाजार
फायर ब्रिगेड अमला घर पर सोता रहा , धू - धू कर जलता रहा बाजार

डिजिटल डेस्क, गरेला महाराजपुर । बीती रात यहां सब्जी मंडी में लगी भीषण आग से लाखों रूपये का माल जलकर खाक हो गया ।आश्चर्यजनक बात यह थी कि नगर पालिका का फायर ब्रिगेड का अमला घर पर सोता रहा और पालिका से पचास कदम की दूरी पर पूरा बाजार धू - धू कर जलता रहा । मुख्य बाजार स्थित सब्जी मंडी मैं इस कदर आग लगी की दुकानों का सारा सामान देखते ही देखते राख के ढेर में बदल गया । खबर लगते ही दुकानों के मालिक परिवार सहित पहुंचे  लेकिन अपनी दुकान को बचाने में नाकामयाब रहे और आंखों के सामने उनकी रोजी रोटी उजड़ गई । पास में थी इलेक्ट्रॉनिक्स का गोदाम था जिस में आग लगने से एसी फ्रिज टीवी सहित कई इलेक्ट्रॉनिक समान आग का निवाला बन गया।

प्रशासन की लापरवाही से हुई बडी घटना
आज सुबह  जब आग लगी तो वहां पर चौकीदारी करने वाले लेख राम चौरसिया ने सभी को सबसे पहले बताया और जब मदद के लिए डायल हंड्रेड और फायर ब्रिगेड के लिए कॉल किया तो जवाब निराशाजनक रहा क्योंकि फायर ब्रिगेड के किसी भी कर्मचारी ने कॉल रिसीव नहीं किया । लोकल कर्मचारी होने के कारण उनके घर जाकर लोगों ने जगाया इसके बाद भी सुबह 5 बजे फायर ब्रिगेड अपने दमकल के साथ पहुंचे । 2 घंटों में ना जाने कितने लोगों की रोजी-रोटी का साधन उजड़ गया । घटना के 5 घंटे बीतने के बाद तहसीलदार एसडीएम महाराजपुर मुख्य नगर पालिका अधिकारी पहुंचे और मुआवजा दिलाने की बात करने लगे । इस पूरी घटना में प्रशासन की बड़ी चूक सामने आई है । यदि समय रहते फायर ब्रिगेड पहुंच जाती तो कई परिवारों की रोजी-रोटी बचाई जा सकती थी । सब्जी मंडी से नगर पालिका की दूरी महज 100 मीटर है ।  दो फ़ायर ब्रिगेड  होने के बावजूद एक भी साधन काम नहीं आया।

52 दुकानदारों का हुआ नुकसान
सब्जी मंडी के व्यापारी शंकर चौरसिया ने बताया कि हमारे चौकीदार लेख राम चौरसिया ने घर आकर बताया कि मंडी में आग लग गई है हम लोग भी पहुंचे और देखा तो आग उठती जा रही थी लेकिन हमारे पास बुझाने के लिए कोई साधन नहीं था तो आसपास के लोगों के बोरवेल की सटक और हाथ बाल्टी से बुझाने की कोशिश की लेकिन आग इतनी तेज थी कि देखते ही देखते उसने भयानक रूप धारण कर लिया और हमारा पूरा व्यवसाय एक राख के ढेर में बदल गया ।
दिल दहला देने वाली इस घटना में एक-दो नहीं बल्कि पूरे 52 दुकानदारों  के परिवार की रोजी-रोटी चली गई और सरकार के कोई भी टोल फ्री नंबर सहायता पर काम नहीं आए जिससे यह साफ है कि यदि मध्य रात्रि में कोई विपत्ति आती है तो उससे खुद ही निपटना होगा सरकारी तंत्र रात्रि के समय सहयोग के समय काम नहीं आता।

 

Created On :   2 Nov 2018 5:36 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story