'अफीम तस्करों के कारण हुआ मंदसौर कांड'

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'अफीम तस्करों के कारण हुआ मंदसौर कांड'

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। एमपी विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन सरकार के मंत्री गोपाल भार्गव ने किसानों को लेकर संबोधित किया। जिसमें उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान मंदसौर जिले में हुई हिंसा, आगजनी एवं तोड़फोड़ के लिए अफीम तस्करों को दोषी ठहराया है।

कांग्रेस विधायक गोविन्द सिंह सहित 47 सदस्यों द्वारा प्रदेश में हो रही किसानों की दुर्दशा एवं मंदसौर में छह जून को निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस गोलीबारी के मामले में स्थगन प्रस्ताव पर आज चर्चा करते हुए मध्यप्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा, डोडा चूरा एवं अफीम पर सरकार ने प्रतिबंध लगाया है। इस पर पुलिस एवं राज्य सरकार की सख्ती के कारण अफीम तस्कर इसे बाहर नहीं ले जा पा रहे हैं। उन्होंने कहा, मंदसौर कांड इसी की परिणति है।

अपनी बात को सही ठहराने के लिए उन्होंने तर्क दिया कि मध्यप्रदेश में यदि किसान परेशान हैं, तो किसानों का यह आंदोलन प्रदेश के अन्य भागों में क्यों नहीं हुआ। यह मंदसौर जिले में ही क्यों केन्द्रित था और वहीं क्यों हिंसा, आगजनी एवं तोडफोड की घटनाएं हुई। भार्गव ने कहा के पहले मंदसौर को देश में अफीम का केन्द्र समझा जाता था, लेकिन डोडा चूरा एवं अफीम पर सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाने के बाद सरकार इसके अवैध व्यापार पर सख्ती से कार्रवाई कर रही है, जिससे चलते तस्करों ने मंदसौर कांड किया।

गौरतलब है कि इस मंदसौर हिंसा में किसान आंदोलन के दौरान 6 जून को पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों पर कथित रूप से गोलियां चलाई थी, जिसमें 5 किसानों की मौत हो गई थी और छह अन्य लोग घायल हुए थे। इसके अलावा, एक किसान की कथित रूप से पुलिस पिटाई से भी मौत हुई थी। इस मामले की जांच के लिए प्रदेश सरकार ने मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के सेवानिवृा न्यायाधीश जे के जैन की अध्यक्षता में एक सदस्यीय आयोग बनाया है।

Created On :   18 July 2017 8:43 PM IST

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