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अब मुलाजिमों को 'आनंद का पाठ' पढ़ाएगी सरकार

डिजिटल डेस्क,भोपाल। जल्द ही प्रदेश के सरकारी अधिकारी-कर्मचारी आनंद का पाठ पढ़ेंगे। इसके लिए राज्य सरकार ने एक पाठ्यक्रम तैयार किया है। 'ए लाईफ ऑफ हैप्पीनेस एण्ड फुलफिलमेंट' नामक इस पाठ्यक्रम को डॉ. राज रघुनाथन ने तैयार किया है। इस कोर्स को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ हैदराबाद भी उपलब्ध करा रहा है। इस ऑनलाइन पाठ्यक्रम को नि:शुल्क अथवा सशुल्क दोनों तरह से अध्ययन किया जा सकेगा।
विभाग ने शासकीय कर्मचारियों को कोर्स के लिए बीस हजार रूपए का भुगतान किया है। कार्यक्रम की फीस इससे ज्यादा होने पर उसका भुगतान संबंधित सेवक ही करेगा। कोर्स पूरा करने के बाद प्रमाण पत्र के आधार पर जो लोक सेवक राज्य आनंद संस्थान को प्रमाण पत्र भेजेंगे उनको संस्थान में आनंदक-रिसोर्स पर्सन के रूप में पंजीकृत किया जाएगा । जरूरत पड़ने पर उन्हें सेवक के रूप में कार्य करने का मौका दिया जाएगा।
फिलहाल यह कोर्स अंग्रेजी में उपलब्ध है। राज्य आनंद संस्थान इसका अनुवाद भी कर रहा है। अगले 3 महीने बाद इसका हिंदी संस्करण भी वेबसाइट पर उपलब्ध हो जाएगा। यह समस्त कार्यक्रम भारत सरकार ने डिपार्टमेंट आफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग के शासकीय अधिकारियों के लिए मान्य किए हैं। यह सुविधा ऐसे नियमित एवं अनुबंध पर कार्य कर चुके अधिकारी एवं कर्मचारियों को मिल सकेगी जो तीन साल की निरंतर सेवा दे चुके है।
आनंद विभाग ने इन संस्थाओं से अलग से एमओयू किया है, जिसके बाद इन संस्थाओं के कार्यक्रम की जानकारी और उनका कैलेंडर एक सितंबर 2017 से उपलब्ध होगा। जिसके बाद इस पाठ्यक्रम में भाग लेने के लिए अधिकारी-कर्मचारी को राज्य आनंद संस्थान के माध्यम से पंजीकृत होना होगा। राज्य आनंद संस्थान संचालक प्रवीण गंगराडे का कहना है कि दफ्तर और आम जीवन शैली में आनंद का माहौल बने। इसी उद्देश्य के चलते यह कोर्स तैयार किया गया है। इसे शासकीय कर्मचारी से लेकर एक आम आदमी तक कर सकता है। इस कोर्स का हिंदी पाठ्क्रम भी जल्द ही तैयार किया जाएगा।
Created On :   17 July 2017 10:54 AM IST